राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने सड़कों की खस्ताहाल पर बड़ा बयान दिया है. सीएम गहलोत ने कहा कि आजकल कई एक्सईएन तो ठेकेदार के पार्टनर बन जाते हैं. ठेकेदार फिर क्वालिटी से समझौता करता है और बिजनेस पार्टनर से रिश्ते भी निभाता है. इस कारण सड़कों की क्वालिटी इतनी खराब बन जाती है कि छह महीने में ही टूट जाती हैं. समय के साथ बहुत बदलाव आया है, करप्शन बहुत बढ़ गया है.
यह भी पढ़ें : PM नरेंद्र मोदी बोले- भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प पर केरल की बड़ी भूमिका
दरअसल, प्रदेश में गुरुवार को 3324 करोड़ की लागत से बनी 113 सड़कों का शिलान्यास व लोकार्पण का कार्यक्रम था. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की खराब सड़कों और क्वालिटी को लेकर अफसरों की क्लास लगा दी. सीएम ने कहा कि मैं दो टूक में कहना चाहता हूं कि मैं नीचे वालों को जिम्मेदार नहीं मानूंगा, जिम्मेदारी चीफ इंजीनियर की है, जो गड़बड़ी करते हैं उन्हें आप एपीओ करें, खिंचाई करें, कुछ भी करें, लेकिन सड़कों की क्वालिटी से समझौता बर्दाश्त नहीं होगा.
यह भी पढ़ें : पाकिस्तान की ड्रग वाली साजिश पर जम्मू-कश्मीर सरकार फेरेगी पानी, जानें कैसे
सीएम ने कार्यक्रम में दोबारा जोधपुर की खराब सड़कों का जिक्र करते हुए कहा कि मैं कल ही जोधपुर जाकर आया हूं. जोधपुर की पूरी सड़कें बर्बाद हो चुकी हैं. मुझे कहना पड़ा कि जिन अधिकारियों को यहां रहना है, उन्हें सड़कें ठीक करनी होंगी, रिपेयर करनी होंगी. यह बात खाली जोधपुर की नहीं है, यह हालात सब शहरों के बने हुए हैं, गांवों के बने हुए हैं, जो जिस पद पर बैठा है, वह ईमानदारी से ड्यूटी निभा ले तो जनता की तकलीफ दूर हो जाएगी.