राजस्थान सरकार में मंत्रिमंडल गठन को लेकर शनिवार को बैठकों का दौर चला. दोपहर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पर्यवेक्षक के.सी वेणुगोपाल के आवास पर पहुंच कर बैठक की, जिसमें प्रभारी अविनाश पांडे और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मौजूद रहे. करीब 20 मिनट तक संयुक्त बैठक के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने पर्यवेक्षक वेणुगोपाल और प्रभारी पांडे के साथ अलग से बैठक की जिसमें उपमुख्यमंत्री पायलट शामिल नहीं हुए. इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पर्यवेक्षक के.सी वेणुगोपाल और प्रभारी अविनाश पांडे 12 तुगलक लेन पहुंचे. वहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ मन्त्रिमण्डल पर मंथन हुआ. राहुल के आवास पर करीब 3 घण्टे बैठक चली.
सूत्रों के अनुसार, बैठक में मंत्रिमंडल पर पूर्ण समन्वय नहीं बन पाया है. मंत्रिमंडल में अपने विधायकों को शामिल करवाने को लेकर उपमुख्यमंत्री पायलट ने दबाव बनाया है लेकिन गहलोत 2019 लोकसभा पर फोकस कर छोटे मंत्रिमंडल बनाने पर जोर दे रहे हैं.
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वहीं ये भी बताया जा रहा है कि अभी 2 से 3 दिन मंत्रिमंडल गठन को लेकर लग सकते हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राहुल के आवास पर बैठक कर सीधे 23 मदर टेरेसा क्रिसेंट रोड़ स्थित अहमद पटेल के आवास पहुंचे. करीब 30 मिनट तक दोनों नेताओं में मन्त्रणा हुई, इसके बाद मुख्यमंत्री गहलोत जोधपुर हाउस पहुंच गए. मुख्यमंत्री गहलोत का रविवार को भी दिल्ली रुकने का ही कार्यक्रम है.
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चारों सचिवों विवेक बंसल, काजी निजामुद्दीन, तरुण कुमार, देवेंद्र यादव से भी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राय ली है. सम्भावित मन्त्रिमण्डल में नरेन्द्र बुडानिया, बी डी कल्ला, सालेह मोहम्मद, हेमाराम चौधरी, शांति धारीवाल, भरत सिंह, लालचंद कटारिया, प्रमोद जैन भाया, सीपी जोशी, रघु शर्मा, दीपेन्द्र सिंह शेखावत, परसराम मोरदिया, मास्टर भंवरलाल मेघवाल, शकुंतला रावत, जाहिदा बेगम, सुखराम विश्नोई, रामनारायण मीणा, रमेश मीणा का नाम शामिल बताया जा रहा है.
Source : News Nation Bureau