राजस्थान (Rajasthan) में जारी सियासी संकट थमने का काम नहीं ले रहा है. सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 अन्य विधायकों को जारी अयोग्यता नोटिस पर विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) की किसी कार्रवाई से शुक्रवार को चार दिनों की राहत मिल गई. दरअसल, राजस्थान उच्च न्यायालय ने इस मुद्दे पर सुनवाई सोमवार के लिए स्थगित कर दी है. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने न्यूज नेशन से बातचीत में कहा कि हरियाणा के मानेसर में कांग्रेस के विधायकों को बंधक बनाया गया है.
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राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्रीय गजेंद्र सिंह शेखावत को पहले अपनी वाइस की जांच करवानी चाहिए. अगर उन्हें डर नहीं हो तो वे इसे मामले को लेकर क्यों घबराए हुए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की छवि पर कोई नुकसान नहीं होगा. कांग्रेस पूरे देश में है. पीएम मोदी भी कहते-कहते थक गए हैं कि कांग्रेस मुफ्त भारत बनाएंगे, लेकिन वे ऐसा नहीं कर पाए और अब शांत होकर गए.
अशोक गहलोत ने आगे कहा कि मैं तीसरी बार सीएम बना है. आज तक किसी मंत्री ने मेरी शिकायत पार्टी हाईकमान से नहीं की है. उन्होंने सचिन पायलट का नाम लिए बगैर कहा कि रात के दो बजे तय था कि कैसे मानेसर रवाना होना है और आगे क्या करना है. मानेसर गए विधायक खुद ही अब संपर्क कर रहे हैं. हमारे पास दो तिहाई से ज्यादा विधायक हैं तो हमें क्या संकट होगा. कुछ दिनों बाद ये विधायक खुद ही कांग्रेस में आएंगे और कहेंगे कि हमें कांग्रेस की सरकार में ही रहना है.
शेखावत पर लगे आरोप झूठ, उन्हें बदनाम करने की कोशिश : भाजपा
भाजपा ने विवादास्पद ऑडियो टेप मामले में केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत पर लगे आरोपों को झूठा बताते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्हें षड्यंत्र के तहत बदनाम करने की साजिश की जा रही है. पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा चलाये जा रहे राजस्थान के राजनीतिक थिएटर में अब एक कथित ऑडियो टेप का जिक्र किया गया है जिसमें केन्द्रीय मंत्री शेखावत के शामिल होने की भी बात कही गई है. यह फर्जी ऑडियो टेप कांग्रेस की गहलोत सरकार की शेखावत के खिलाफ मनगढ़ंत रची गई एक झूठी साजिश है.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने एक ऑडियो का हवाला देते हुए शेखावत को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए शुक्रवार को कहा कि वह पार्टी के एक बागी विधायक के साथ मिलकर अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हैं. हालांकि शेखावत ने कहा है कि ऑडियो में उनकी आवाज नहीं है और वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं. पूनियां ने इस ऑडियो टेप की सत्यता व विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाए.
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निवास फर्जी ऑडियो वायरल करने का केन्द्र बना हुआ है. गहलोत सरकार सिर्फ विधायकों की बाड़ेबंदी, भाजपा को बदनाम करने व अन्य पार्टियों के नेताओं को डराने-धमकाने में लगी हुई है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की तरफ से बसपा विधायकों के मामले को एक बार फिर से विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष याचिका दायर की जाएगी.
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी कथित ऑडियो को फर्जी बताया और कहा कि कांग्रेस पार्टी के अन्दर अंतर्कलह व विग्रह है. कटारिया ने कहा कि उनके घर के अन्दर लड़ाई है, जिससे पूरा प्रदेश वाकिफ है. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत और उनकी सरकार मंत्री शेखावत के खिलाफ कुचक्र रच रही है, उन्हें बदनाम करने के लिए साजिश रच रही है. उन्होंने कहा कि फर्जी ऑडियो लीक मामले की सीबीआई से जांच करानी चाहिए.