राजस्थान की सियासत में घमासान मचा हुआ है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम पहले तो टेप कांड में सामने आया और अब इस केस में नाम आ रहा है. आखिर मोदी सरकार गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है.
आपको बता दें कि क्रेडिट सोसायटी घोटाले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम सामने आ रहा है. इस पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान में एक क्रेडिट सोसाइटी घोटाले में उनकी भागीदारी के आरोप को राजनीतिक साजिश बताते हुए उसे शुक्रवार को खारिज कर दिया. साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि एक ऐसी पार्टी के नेतागण उनके पीछे हैं जिसका केंद्रीय नेतृत्व जमानत पर है.
जयपुर की एक अदालत ने राजस्थान पुलिस को उस शिकायत की जांच के निर्देश दिए हैं जिसमें कथित क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी घोटाले में शेखावत के शामिल होने के आरोप लगाए गए हैं. यह घटनाक्रम कांग्रेस के इन आरोपों के बीच सामने आया है कि राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार को गिराने में शेखावत शामिल हैं. कांग्रेस ने एक ऑडियो क्लिप का हवाला देते हुए शेखावत पर यह आरोप लगाया था.
शेखावत ने संवाददाताओं से कहा कि इसके पीछे एक राजनीतिक साजिश है. हाल की घटनाओं को जोड़ने का प्रयास करें. कुछ समय में मामला आपके सामने स्पष्ट हो जाएगा कि कैसे और क्यों कुछ लोगों ने हाथ मिलाया है और किस उद्देश्य से ऐसी साजिश रची गयी है. उन्होंने कहा कि इस मामले की पहले ही जांच हो चुकी है और एक आरोपपत्र दायर किया गया था.
उन्होंने कहा कि अगर अदालत दूसरी जांच का आदेश देती है तो यह किया जाएगा. राज्य सरकार को गिराने के कथित प्रयासों से जुड़ी कुछ कथित ऑडियो क्लिप का जिक्र करते हुए शेखावत ने कहा कि उन्हें "नकली" ऑडियो टेप से भी निशाना बनाया गया है. भाजपा नेता ने कहा, ‘‘जब एक पार्टी के लोग, जिनका पूरा केंद्रीय नेतृत्व जमानत पर है, ऐसे आरोप लगाते हैं तो लोग सब कुछ देख और समझ सकते हैं."
उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत और कुछ अन्य कांग्रेसी नेता अपनी ही पार्टी में झगड़े और असंतोष के कारण अपनी हताशा में उन पर कीचड़ उछाल रहे हैं. शेखावत ने गहलोत की उस टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा कि अगर लोग राजभवन का घेराव करते हैं तो उन पर दोषारोपण नहीं दिया जाना चाहिए. भाजपा नेता ने कहा कि उनका बयान "अराजकतापूर्ण" है और किसी संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति को शोभा नहीं देता है.
Source : News Nation Bureau