राजस्थान से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवाड़ी ने भाजपा की तुलना भारत को लूटने और गुलाम बनाने वाली ईस्ट इंडिया कंपनी से की. उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों की ही कार्यशैली जाति और धर्म के नाम लड़वाकर राज्य करने की है. वहीं, उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए होने वाले चुनाव के सवाल पर गांधी परिवार को ही इसकी जिम्मेदारी दिए जाने की अपनी मंशा बताई. उन्होंने कहा कि जब-जब गांधी परिवार के अलग किसी को अध्यक्ष बनाया गया, पार्टी में बिखर गई. इस दौरान उन्होंने महंगाई, बेरोजगारी पर जमकर हमला बोला.
दरअसल, राहुल गांधी की 7 सितंबर से शुरू होने वाली प्रस्तावित भारत जोड़ो यात्रा को लेकर प्रमोद तिवाड़ी सोमवार को जयपुर थे. इस दौरान वे जब मीडिया के सामने आए तो भाजपा के खिलाफ उन्होंने जमकर निशाना साधा. उन्होंने भाजपा की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से की. उन्होंने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी और भाजपा की कार्यशैली एक जैसी ही है, क्योंकि ईस्ट इंडिया कंपनी ने जिस तरह से रियासतों को जाति और धर्म के नाम पर आपस में लड़वा कर सालों राज किया था, वही अब बीजेपी भी कर रही है. उन्होंने कहा कि देश की जनता को समझना होगा कि जब-जब धर्म और जाति से ऊपर उठाकर काम किया है तो देश मजबूत हुआ है और भारत एक बड़ी ताकत बनकर उभरा है.
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जब-जब देश में विभाजन की राजनीति हुई, देश कमजोर हुआ
लेकिन दुर्भाग्य है कि इस वक्त केंद्र की मोदी सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी की तरफ फूट डालो और राज करो की नीति पर काम कर रही है. जिस तरह ईस्ट इंडिया कंपनी भाषा, धर्म, जाति, नस्ल और क्षेत्रवाद के आधार पर लोगों को बांटकर राज करती थी, उसी तरह केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा भी धर्म, जाति, भाषा और क्षेत्र के आधार पर लोगों को बांट कर देश में राज करना चाहती है. यानी जो काम अंग्रेज करते थे, वही काम आज केंद्र की मोदी सरकार और बीजेपी भी कर रही है. इस मौके पर उन्होंने कहा कि इन ताकतों को याद रखना चाहिए कि जब-जब हम धर्म भाषा और जाति के नाम पर बंटे हैं, तब-तब हम कमजोर ही नहीं, बल्कि गुलाम भी हुए हैं.
भााजपा ने किया पलटवार
उधर, बीजेपी नेता अरुण चतुर्वेदी ने तिवाड़ी के बयान पर प्रतिक्रया देते हुए कहा है कि शायद तिवादिजी के मुंह से भूल से कांग्रेस की बजाय बीजेपी निकल गया है, क्योंकि कांग्रेस ने जब-जब राज किया है, उसने देश और लोगों को तोड़ने का ही काम किया है. लोगों को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से अलग करने का काम किया है.
Source : Lal Singh Fauzdar