राजस्थान की राजधानी जयपुर में आज यानी रविवार को कांग्रेस ने "महंगाई हटाओ महारैली" की. इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरा देश चार-पांच उद्योगों के हाथ में है। हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है। मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ओएसडी हैं। देश को जनता नहीं चला रही है, तीन-चार पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनके काम कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि दो शब्दों का एक मतलब नहीं हाे सकता। हर शब्द का अलग मतलब होता है। देश की राजनीति में आज दो शब्दों के मतलब अलग हैं। एक शब्द हिन्दू दूसरा शब्द हिन्दुत्ववादी। ये एक चीज नहीं है, ये दो अलग शब्द हैं और इनका मतलब बिल्कुल अलग है। मैं हिन्दू हूं लेकिन हिन्दुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू थे और नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी थे।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हिन्दू, गोडसे हिन्दुत्ववादी, फर्क क्या होता है। चाहे कुछ भी हो जाए, हिन्दू सत्य को ढूंढता है। मर जाए, कट जाए हिन्दू सच को ढूंढता है। उसका रास्ता सत्य रहा। पूरी जिन्दगी वो सच को ढूंढने में निकाल देता है। जबकि हिंदुत्ववादी पूरी जिंदगी सत्ता को ढूंढने और सत्ता पाने में निकाल देता है। वह सत्ता के लिए किसी को भी मार देगा। हिंदू का रास्ता सत्याग्रह होता है और हिंदुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह होता है।
- मैं हिंदू हू हिंदुत्ववादी नही
- महात्मा गांधी हिन्दू और गोडसे हिंदुत्ववादी
- राहुल गांधी ने कहा देश में हिंदुओं का राज लाना है और हिंदुत्व वादियों को बाहर निकालना है
- राहुल गांधी ने हिंदुओं को सत्याग्राही कहा और हिंदुत्व वादियों को सत्ता ग्राही कहा
- भाषण के दौरान कई दफा सिसली राहुल गांधी की जुबान पूंजीपतियों को पूंजापत्तियों कहा शास्त्र को शस्त्र कहा
- पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी रैली में नहीं पहुंचे बावजूद राहुल गांधी बार-बार कहते रहे चरणजीत सिंह चन्नी यहां मौजूद है बाद में जब उन्हें पीछे से बताया गया कि चन्नी रैली में नहीं है,, तब राहुल गांधी ने भूल सुधारी
Source : Lal Singh Fauzdar