राजस्थान (Rajsthan) में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस (Congress) ने अब विधानसभा की कार्रवाई शुरू करवाने को लेकर राज्यपाल को ही घेरना शुरू कर दिया है. सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि डेमोक्रेसी खतरे में हैं.
राजस्थान में कांग्रेस के नेताओं ने बीजेपी पर संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक परंपरा का उल्लंघन करने का आरोप लगाया और राष्ट्रीय डिजिटल अभियान 'लोकतंत्र के लिए आवाज उठाओ' ('स्पीक अप फॉर डेमोक्रेसी') की शुरूआत की. इस अभियान को लेकर अशोक गहलोत ने कहा कि हमने जो प्रोग्राम चलाया है उसके मायने हैं.
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अशोक गहलोत ने कहा, 'आज पूरा मुल्क चिंतित है क्योंकि डेमोक्रेसी खतरे में है.#SpeakUpForDemocracy (लोकतंत्र के लिए आवाज उठाओ) प्रोग्राम जो चलाया गया इसके मायने हैं, इसका अपना सन्देश है, उसको एक तरफ आम जनता को भी समझना पड़ेगा और दूसरी तरफ जो हुकूमत में हैं उनको भी समझना पड़ेगा.आज जिस प्रकार का माहौल देश के अंदर है वो चिंताजनक है.'
वहीं, कांग्रेस देश के सभी राज्यों में कल यानी सोमवार को राजभवन का घेराव करने वाली है. लेकिन कांग्रेस राजस्थान में राजभवन का घेराव नहीं करेगी. राजस्थान में राजभवन पर किसी भी प्रकार का प्रदर्शन नहीं करेगी.
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कांग्रेस पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर जानकारी दी. डोटासरा ने कहा कि कल Save Democracy-Save Constitution अभियान के तहत कांग्रेसी देश की सभी राज्यों में राजभवन के सामने प्रदर्शन करेंगे, लेकिन हम राजस्थान में ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे. हमने महामहिम को कैबिनेट का रिवाइज्ड नोट भेज दिया है और उम्मीद करते हैं कि वे जल्द सत्र आहूत करने की स्वीकृति देंगे.
Source : News Nation Bureau