राजस्थान में रैपिड किट (Rapid Kit) से जांच शुरू हो चुकी है. जयपुर में शुक्रवार को रैपिड किट से जांच की शुरुआत हुई. राजस्थान देश का पहला राज्य जहां रैपिड किट से जांच शुरू हुई. सरकार का पहला फोकस हॉटस्पॉट (Hotspot) इलाक़ों पर है. इन इलाक़ों में भी बीमार, उम्रदराज, प्राथमिक लक्षण वाले लोगों का युद्ध स्तर पर टेस्ट किया जाएगा. रैपिड टेस्ट किट से 15 मिनट में रिजल्ट आ जाता है. राजस्थान सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि देश में कोरोना की रैंडम सर्वे के तहत रैपिड एंटी बॉडी टेस्ट किट से जांच करने वाला राजस्थान देश में पहला राज्य बन गया है. शुक्रवार को जयपुर में पहले दिन 52 लोगों की इस किट से जांच की गई.
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अब तक 10 हजार टेस्ट किट आ चुके हैं
इन सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई. जयपुर में चारदीवारी के तोपखाना देस (जाजू डिस्पेंसरी) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 52 लोगों की जांच की गई. गनीमत रही कि पहले दिन के सभी 52 लोगों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई. अब तक 10 हजार टेस्ट किट आ चुके हैं. देर रात तक 30 हजार और आने की संभावना थी. इसके अलावा करीब एक लाख रैपिड टेस्ट किट 19 अप्रैल तक प्रदेश को मिल जाएंगे. प्रदेश भर में युद्धस्तर पर रैपिड टेस्ट किट से जांच शुरू की जा रही है. रामगंज क्षेत्र में आज 15 टीमें बनाई हैं. जो रैपिड किट से जांच करेंगे. रैपिड टेस्ट के जरिये संक्रमितों को दूसरे लोगों से अलग करने में बहुत मदद मिलेगी.
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कोरोना के कन्टेनमेंट इलाकों में बड़े स्तर पर रैपिड टेस्ट किए जाएंगे
कौन सा इलाका ज्यादा संक्रमित है, इसका बहुत तेजी से पता चल जाएगा. पॉजिटिव का संकेत मिलते ही उस आदमी को बाकी मोहल्ले या परिवार से जल्द अलग किया जा सकेगा. कोरोना के कन्टेनमेंट इलाकों में बड़े स्तर पर रैपिड टेस्ट किए जाएंगे. सब्जी विक्रेता, किराना स्टोर दुकानदार, ज्यादा लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों का सबसे पहले टेस्ट होगा. आगे के चरणों में एग्रेसिव तरीके से सभी कन्टेनमेंट जोन में टेस्टिंग कराई जाएगी. पहले से चल रही सैंपलिंग व रैपिड टेस्टिंग किट से कोरोना को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी.