एक और पूरा देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा है वहीं अब कोरोना महामारी की आड़ में जोधपुर सेंटर जेल के बंदियों ने प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है. जोधपुर सेंट्रल जेल आसाराम सहित लगभग 11 सौ से अधिक बंदियों ने आज से आमरण अनशन शुरू किया है. सभी कैदियों की मांग है कि उन्हें कोरोना महामारी के चलते अंतरिम जमानत पर छोड़ा जाए.
जेल के बंदियों ने 2 दिन पूर्व चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को भी पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने लिखा कि विचाराधीन बंदियों को अंतरिम जमानत पर और सजायाफ्ता बंदियों को पैरोल पर छोड़ने की मांग की है. आज जेल के बंदियों ने आमरण अनशन शुरू किया है. जेल सुप्रिडेंट कैलाश त्रिवेदीने बताया कि आज सुबह कई बंदियों ने आमरण अनशन की बात कहते हुए खाना नहीं लिया है, उनकी मांग है कि कोरोना महामारी के चलते उन्हें कानूनी प्रावधानों के तहत अंतरिम जमानत या पैरोल पर छोड़ा जाए.
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त्रिवेदी ने बताया कि कई बैरक के कैदियों से समझाया और उन्हें खाना दिया गया है लेकिन अधिकांश कैदियों ने आज खाना नहीं लिया है. जेल में कोरोना संक्रमण फैलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. जेल के कैदियों की पूरी स्केनिंग की गई है इसके साथ ही बाहर से आने वाले हर की पूरी जांच के बाद उसे 10 दिन अलग वार्ड में रखा जा रहा है. इसके साथ ही 10 दिन तक अलग वार्ड में रखने के बाद ही उन्हें अन्य कैदियों के साथ रखा जा रहा है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संपूर्ण देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की और सभी से हर हाल में केवल घरों में ही रहने का आग्रह किया. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए 15,000 करोड़ रुपए का प्रावधान करने का ऐलान किया है. प्रधानमंत्री ने देश में स्वास्थ्य सेवा दुरुस्त करने और सक्षमता से कोरोना वायरस से निपटने के लिए यह प्रावधान किया है.
Source : News Nation Bureau