राजस्थान में महामारी कोरोनावायरस कहर बरपा रहा है. शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना के 18231 नए मरीज सामने आए, जबकि 164 लोगों की मौत हो गई. अबतक पूरे राजस्थान में इस वायरस की चपेट में आकर 5346 कोरोना की मौत हो चुकी हैं. राज्य में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा आठ लाख के करीब पहुंच चुका है. इस महामारी ने पूरे स्वास्थ्य व्यवस्था को तहस-नहस कर दिया है. कोरोना से लड़ने के लिए सरकारी संसाधन कम पड़ रहे हैं. वेंटिलेटर के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे हैं. राजस्थान के जयपुर ग्रामीण ,चूरू, उदयपुर सहित कई जिलों से कबाड़ हो रहे वेंटिलेटर की तस्वीरें सामने आ रही है. 1500 वेंटिलेटर केंद्र सरकार ने भेजे थे लेकिन प्रदेश के अधिकतर बड़े अस्पतालों में वेंटिलेटर कबाड़ हो रहे हैं.
इस मामले पर प्रदेश के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि हमने 45 इंजीनियरों को बुलाया है वह जिला अस्पताल में जाकर वेंटिलेटर को ठीक कर रहे हैं. हालांकि कबाड़ पड़े वेंटिलेटर पर राजस्थान की सियासत गरमा गई है.
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बता दें कि राजस्थान में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है. कि राजस्थान में 10 मई सुबह 5 बजे से 24 मई की सुबह तक संपूर्ण पाबंदी लगाया गया है. यहां तक की सरकार ने राज्य में शादियों पर भी रोक लगा दी है. शादी समाराह पर 31 मई तक पूरी तरह से रोक रहेगी. हालांकि इस दौरान सिर्फ आपात सेवाओं की अनुमति होगी. इस संबंध में राजस्थान सरकार के आदेशानुसार, लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य में जन अनुशासन पखवाड़ा (लॉकडाउन) बढ़ाने का फैसला लिया गया है. यह 10 मई सुबह 5 से 24 मई सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा. इस दौरान राजस्थान में 31 मई तक शादियों पर रोक रहेगी. साथ ही इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी गतिविधियों पर भी पूरी तरह से बंद रहेंगी.