सूफीसंत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती 807 वें उर्स का पैगाम देश के विभिन्न हिस्सों में देते रहे कलंदर मलंग गुरुवार को अजमेर पहुंचे और छड़ियों के जुलूस के साथ हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए दरगाह पहुंचे जहां उन्होंने छड़िया पेश कर दुआएं मांगी. दिल्ली के महरौली स्थित कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह से छड़ियां लेकर पैदल रवाना हुए मलंग कलंदरों के दल एक दिन पूर्व ही अजमेर पहुंचना शुरू हो गए.
दरगाह की ओर जाते हुए कुछ ऐसे हैरतंगेज करतब दिखाए गए
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इन कलंदरों मलंगों ने गरीब नवाज के उर्स के पैगाम देने वाले परचम अर्थात छड़ियां हाथ में ली हुई थीं. कलंदरों का झुलूस गुरुवार शाम 4 बजे गंज से शुरू हुआ. जुलूस में कलन्दर हैरतअंगेज करतब दिखाते हुए लेकर दरगाह पहुंचें. छड़ियों के साथ निकलने वाले जुलूस में मलंग कलंदर हैरतअंगेज करतब पेश करते हुए चल रहे थे. कलंदरों का जगह जगह पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया.
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गंज, देहली गेट, धानमंडी, दरगाह बाजार होते हुए यह जुलूस रोशनी के वक्त से पूर्व दरगाह पहुंचा. दरगाह के निजाम गेट पर खुद्दाम ख्वाजा की ओर से कलंदरों मलंगों का
स्वागत किया गया. इसके बाद कलंदरों ने अपनी छड़ियां दरगाह में पेश की और देश मे अमन चैन की दुआ मांगी.
Source : News Nation Bureau