राजस्थान की अजमेर पुलिस को एक ऐसे मामले में सफलता मिली है. जिसमें पीड़िता और उसके परिजन कोई कार्रवाई नहीं चाहते थे. 10 माह के अंदर पुलिस ने साक्ष्य एकत्रित करके पीड़िता के पिता को पकड़ा लिया है. दरअसल, अजमेर जिला के एक गांव में रहने वाली 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करके उसे गर्भवती बनाने की जानकारी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सामने आई थी. इस पर 2018 के अक्टूबर माह में प्राधिकरण की ओर से थानाधिकारी के पास परिवाद भिजवाया था, लेकिन तत्कालीन थानाधिकारी ने इसमें कोई रुचि नहीं ली. मुकदमा तक दर्ज नहीं किया. मीडिया में यह मामला प्रकाश में आने के बाद गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इसमें प्रसंज्ञान लिया और अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया.
हर बार नई कहानी बता गुमराह करते परिजन
एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने वर्तमान थानाधिकारी राजेन्द्र सिंह कमांडो को इसकी कार्रवाई के निर्देश दिए. साथ ही स्वयं मॉनिटरिंग की. थानाधिकारी कमांडो ने बताया कि एसपी के आदेश मिलते ही वह गहनता से इसकी जांच में जुट गए. परिजनों से कई बार बातचीत की गई लेकिन हर बार नई कहानी बताकर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया गया.
बच्ची का गर्भपात भी करवाया दिया
पुलिस की सख्ती को देखते हुए पूरा परिवार एक बार तो डेढ़ माह के लिए गांव छोड़कर भी चला गया, लेकिन पुलिस ने उनका पीछा नहीं छोड़ा. जब परिवार नहीं टूट रहा था तो उन्हें विश्वास में लेकर सारी कहानी जानी गई तो पैरों तले जमीन खिसक गई. 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करके गर्भवती करने वाला कोई और नहीं उसका पिता ही निकला. बच्ची का गर्भपात करवाने और दुष्कर्म संबंधी साक्ष्य भी एकत्रित किए गए. अब आरोपी पिता को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी का मेडिकल मुआयना करवाकर अदालत में पेश किया, जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर सौंपा है.