एयरपोर्ट प्रशासन नए विस्तारित भवन को शुरू करते समय एक और बड़ा बदलाव करेगा. एयरपोर्ट पर अब इन-लाइन बैग्स सिस्टम शुरू किया जाएगा. 15 फरवरी से यह सुविधा शुरू हो जाएगी. इसके तहत यात्रियों को अब बैग्स खुद स्कैन नहीं करना होगा, बल्कि बैग्स को चेक इन काउंटर पर एयरलाइन कर्मचारियों को देना पड़ेगा. इसके बाद एयरलाइन कर्मचारी खुद ही बैग्स की स्कैनिंग करेंगे और स्टैम्पिंग के बाद विमान में ले जाएंगे. इससे यात्रियों को दो बार बैग संभालने और स्कैनिंग की परेशानी नहीं रहेगी.
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इसकी व्यवस्था नए डिपार्चर एरिया में की जाएगी. एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक अब केवल कस्टम-इमिग्रेशन के काउंटर्स लगाने और एक्स-रे स्कैनर्स लगाने का काम ही बाकी है. अन्य सभी कार्य पूरे हो चुके हैं. जयपुर के हवाई यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है. ऐसा इसलिए, क्योंकि एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन के विस्तार का काम अब पूरा हो चुका है. बिल्डिंगों को यात्रियों के आवागमन के लिए खोल देगा. जिससे लंबे समय बाद जयपुर आने-जाने वाले हवाई यात्रियों को एयरपोर्ट पर लगने वाली लंबी लाइनों और असुविधाओं से राहत मिल जाएगी.
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दरअसल जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों को नई सुविधाएं मिलना शुरु हो जाएगा. क्योंकि बिल्डिंग विस्तार का काम अंतिम चरण में है और अभी फिनिशिंग का काम चल रहा है. एयरपोर्ट विस्तार का कार्य 2 हिस्सों में किया जा रहा है. एक तरफ जहां एयरपोर्ट के डिपार्चर क्षेत्र को बढ़ाया जा रहा है. मौजूदा समय में ज्यादा समस्या डिपार्चर एरिया में ही देखने को मिलती है. यहां पर न केवल डिपार्चर गेट पर कतारें लग जाती हैं, साथ ही एक्स-रे मशीनों पर लगेज की स्कैनिंग में भी लम्बा समय लगता है. इसके बाद चेक इन एरिया में एयरलाइंस के काउंटर पर अलग कतारें झेलनी पड़ती हैं. सिक्योरिटी होल्ड एरिया में कतार होती है, तो बोर्डिंग गेट से पहले मौजूद वेटिंग एरिया में बैठने को भी सीट नहीं मिलती. इसी तरह अराइवल एरिया में भी यात्रियों को परेशानी है.
गौरतलब है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से जारी देश के 24 एयरपोर्ट की सर्वेक्षण रिपोर्ट में जयपुर एयरपोर्ट फिर बुरी तरह पिछड़ा है. जयपुर को 24 में से 22वां स्थान मिला है. एयरपोर्ट पर खराब यात्री सुविधाओं व अन्य कमियों के कारण यह स्थिति रही है. जयपुर एयरपोर्ट दुनिया के एयरपोर्ट में भी पिछड़ा है. इसमें जयपुर एयरपोर्ट 69 से गिरकर 112वें स्थान पर पहुंच गया है. पिछली बार जारी रैंकिंग में देश के 20 एयरपोर्ट में से जयपुर को 17वां स्थान मिला था. वह रिपोर्ट इसी साल मार्च माह में जारी की गई थी. तीन महीनें में ही जयपुर एयरपोर्ट की स्थिति पर बुरा असर पड़ा है.
सर्वेक्षण में जयपुर एयरपोर्ट 5 में से 4.42 अंक ही ला सका है. जयपुर एयरपोर्ट कभी देश में पहले नंबर पर आया था, लेकिन अब हालात लगातार खराब हो रहे हैं. जनवरी-मार्च 2019 के सर्वे में जयपुर एयरपोर्ट को 5 में से 4.42 अंक ही मिल सके हैं. इससे पूर्व के सर्वे में यह 4.64 अंक लेकर 69 वीं रैंक पर था. गौरतलब है कि एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआइ) की ओर से यह सर्वेक्षण एक साल में चार बार किया जाता है.
यात्रियों से जुड़ा यह सर्वे 33 मानकों के ध्यान में रखकर कराया जाता है. इसमें यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं को ध्यान में रखा जाता है. इनमें यात्रियों के एयरपोर्ट के अंदर आने, फ्लाइट में बैठने, फ्लाइट से उतरने, बैग्स लेने, टैक्सी समेत कई बातों का फीडबैक लिया जाता है. इसी आधार पर रैंकिंग तय की जाती है. इनमें पार्किंग, पासपोर्ट आइडी की जांच, वॉशरूम क्लिनिंग, खाने पीने की सुविधाओं समेत सात बिंदुओं पर उम्मीद से कहीं कम अंक मिले हैं. उम्मीद आगे व्यवस्थाएं सुधरेंगी.