गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के आह्वान पर गुर्जरों का आंदोलन सोमवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. आंदोलनकारियों व सरकार के बीच कोई नयी बातचीत नहीं हुई है लेकिन सरकार ने कहा है कि बातचीत के लिए उसके दरवाजे खुले हैं. संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के समर्थक बयाना के पास पीलूपुरा में रेल लाइन पर बैठे हैं. इससे दिल्ली मुंबई रेल मार्ग पर ट्रेनों का आवागमन प्रभावित है. कई सड़क मार्ग भी इस आंदोलन से प्रभावित हैं. सोमवार को आंदोलनकारी नेताओं या सरकार के बीच कोई बातचीत नहीं हुई. सरकार की ओर से विधानसभा में इस मामले में बयान दिया गया.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि आंदोलनकारी गुर्जरों से बातचीत के लिए सरकार के दरवाजे खुले हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई दिक्कत है तो उसका समाधान केवल बातचीत से ही हो सकता है. उन्होंने बताया कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के एक प्रतिनिधि मंडल जिसमें 80 गांवों मौजिज व्यक्ति व जनप्रतिनिधि शामिल थे, ने 31 अक्तूबर को जयपुर में मंत्रिमंडलीय उपसमिति के साथ चर्चा की जिसमें 14 बिंदुओं पर सहमति बनी. शर्मा ने कहा कि इसके बाद भी अगर संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला व उनके समर्थकों को लगता है कि कोई बिंदु या बात रह गयी तो वे आकर सरकार से बात करें.
शर्मा ने कहा कि सरकार के दरवाजे बातचीत के लिए हमेशा खुले हैं और इस समस्या का समाधान पटरी पर बैठकर या सड़क मार्ग अवरुद्ध करने से नहीं बल्कि बातचीत से ही होगा. उन्होंने आंदोलनकारियों से शांति व्यवस्था बनाए रखने व राज्य की कानून व्यवस्था का ध्यान रखने की अपील की. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की ओर से आंदोलनकारियों से अपील की कि सरकार से वार्ता कर समाधान निकालें. उल्लेखनीय है कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने अपनी मांगों को लेकर रविवार को बयाना में आंदोलन शुरू किया. इस आंदोलन के चलते कई जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं, बसें नहीं चल रही हैं.
Source : Bhasha