राजस्थान के बाड़मेर में 'हर घर दस्तक' टीकाकरण अभियान के तहत ऊंट पर सवार होकर एक स्वास्थ्यकर्मी गांव पहुंची. राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र में स्थित इस जिले में ऊंट का उपयोग सवारी के रूप में किया जाता है. स्वास्थ्यकर्मी ने गांव पहुंच कर लोगों को कोरोना का टीका लगाया. स्वास्थ्यकर्मी द्वारा टीका लगाते हुए एक तस्वीर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने साझा की है.डोर-टू-डोर कैंपेन यानि 'हर घर दस्तक' अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों को कोरोना का टीका लगा रहे हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस अभियान को 31 दिसंबर तक चलाने का फैसला किया है. और सौ फीसदी वैक्सीनेशन के लक्ष्य को पूरा किया जाएगा. इसका उद्देश्य कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक के लक्ष्य को 100 प्रतिशत पूरा करना है तो वहीं एक खुराक ले चुके लोगों को दूसरी खुराक देना है. अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाएंगे.
इस अभियान के तहत मेडिकल टीम हर घर जाकर वैक्सीन लगा रही है. ऐसे लोग जो दूसरी खुराक लेने नहीं पहुंचे हैं, उनके पूर्ण टीकाकरण की जिम्मेदारी टीम की है. उत्तर प्रदेश में भी इसके तहत विभिन्न ब्लॉकों में बनाए क्लस्टर में शामिल गांवों में टीकाकरण शिविर लगाया गया। गांवों को तीन हिस्से में बांटकर टीके लगाए जाएंगे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने हाल में राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक में अभियान की जानकारी साझा की थी.