राजस्थान के अजमेर में IAS और IPS सहित पांच लोगों को होटल कर्मचारी के साथ मारपीट करना महंगा पड़ गया. घटना का वीडियो वायरल होते ही शासन तक मामले की गूंज पहुंची. जिसके बाद IAS और IPS सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया. निलंबित किए गए लोगों की पहचान अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त गिरिधर, विशेष कर्तव्य अधिकारी (गंगापुर शहर पुलिस) सुशील कुमार बिश्नोई, पटवारी नरेंद्र सिंह दहिया, कांस्टेबल मुकेश कुमार और एलडीसी हनुमान प्रसाद चौधरी के रूप में की गई है.
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एडीजी विजलेंस को सौंपी मामले की जांच
घटना 11 जून की बताई जा रही है. जब सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया. वीडियो में कुछ लोग होटल कर्मचारी को पीटते नजर आ रहे हैं. घटना का संज्ञान लेकर मामले की जांच एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को सौंपी गई. होटल प्रबंधन ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि एक आईपीएस अधिकारी ने तीन-चार पुलिसकर्मियों के साथ सोमवार देर रात होटल कर्मियों के साथ मारपीट की. संबंधित थाने में तहरीर के आधार पर मामला दर्ज किया गया. साथ ही मामले की जांच एडीजी विजिलेंस को सौंपी गयी.
आरोपों को लगाया झूठे
मामले के आरोपी ओएसडी बिश्नोई ने कहा कि होटल कर्मचारियों के सभी आरोप झूठे हैं. मारपीट की सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर गई और समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. डीजीपी के मुताबिक मामले की जांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को सौंपी गई है. फिलहाल आरोपियों को निलंबित कर दिया गया है. अग्रिम कार्रवाई जांच के बाद ही होगी. साथ ही एएसआई रूपाराम, कांस्टेबल गौतम व कांस्टेबल मुकेश को पुलिस लाइन भेजा गया है. उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
HIGHLIGHTS
- मारपीट की पूरी घटना सीसीटीवी में हो गई थी कैद, एडीजी विजलेंस को सौंपी मामले की जांच
- आईएएस व आईपीएस सहित पांच लोगों को किया गया निलंबित
- 11 जून की रात को हुई घटना, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
Source : News Nation Bureau