राजस्थान में पशुपालकों की इस दिवाली बल्ले-बल्ले है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उन्हें खास उपहार देने का बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि दुग्ध उत्पादन से संबंधित सभी लम्बित दायित्वों का एक सप्ताह में भुगतान कर दिया जायेगा. मुख्यमंत्री की इस घोषणा से पशुपालकों में खुशी की लहर दौड़ गयी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार की तरफ से पशुपालकों को दिवाली की सौगात है. गौरतलब है कि हाल ही में डेयरी से जुड़े पशुपालकों को दुग्ध उत्पादन पर देय 5 रुपये प्रति लीटर के लंबित दायित्वों का भुगतान करने के लिए 65 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं.
भाजपा कि गिनाई खूबियां
सीएम भजनलाल ने आगे कहा कि भाजपा सरकार किसानों और पशुपालकों के लिए हमेशा काम करने के लिए तत्पर रहती है. राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए पिछली सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन को दुरुस्त किया जा रहा है.
इसके साथ ही वंचित वर्गों का कल्याण और आधारभूत संरचना के लंबित विषय भी सरकार की प्राथमिकता रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए बीजेपी सरकार ने किसान सम्मान निधि में इजाफा किया है. इसके तहत अब किसानों को 6 हजार से बढ़ाकर 8 हजार वार्षिक राशि मिलती है.
कहीं उपचुनाव तो नहीं है कारण
बता दें कि ऐसा माना जा रहा है कि भजनलाल सरकार की मेहरबानी कहीं आगामी विधानसभा उपचुनाव तो नहीं है. क्योंकि पिछले कई दिनों से पशुपालकों द्वारा लम्बित दायित्वों का भुगतान करने की मांग की जा रही थी. सरकार दुग्ध उत्पादन के लम्बित दायित्वों का भुगतान करने के लिए काम कर रही थी. ऐसे में दिवाली से पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की घोषणा को मास्टरस्ट्रोक की तरह देखा जा रहा है. सरकार ने माहौल को देखते हुए ये फैसला लिया है.
बता दें कि राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. चुनाव आयोग तारीखों का ऐलान जल्द ही करने जा रहा है. चर्चा ये भी है कि महाराष्ट्र और झारखंड के साथ राजस्थान में भी विधानसभा उप-चुनाव होने के आसार हैं.
पैनल पर होंगे प्रत्याशियों के नाम
सूत्रों की मानी जाए तो भाजपा प्रदेश कार्यालय में कोर कमेटी की कमेटी की बैठक में प्रत्याशियों के नामों का पैनल बनाया जाएगा. इसके बाद कोर कमेटी की सहमति के बाद प्रत्याशियों के नाम का पैनल केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा.