राजस्थान की जयपुर में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो कई युवाओं का भविष्य बरबाद कर चुका है. आरोप है कि ये लोग बिना परीक्षा या कक्षाओं में शामिल किए, विभिन्न विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां बनाकर देते थे.
छापेमारी में मिले ये फर्जी कागजात
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक बड़े फर्जी डिग्री और शैक्षणिक दस्तावेज बनाने वाले इस गैंग का पर्दाफाश किया है. यहां प्रतापनगर के सेक्टर 8 में स्थित दो कंसल्टेंसी सेंटर्स, यूनिक एजुकेशन कंसल्टेंसी और एसएसआईटी सेंटर पर छापेमार कार्रवाई हुई. इस दौरान 750 से ज्यादा फर्जी डिग्रियां, अंकतालिकाएं और अन्य शैक्षणिक दस्तावेज जब्त हुए हैं.
फर्जी डिग्रियों के बदले मोटी रकम
जयपुर पूर्व के पुलिस उपायुक्त तेजस्वनी गौतम ने बताया कि ये गैंग बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाता था. उन्हें बिना परीक्षा या कक्षाओं में शामिल किए, विभिन्न विश्वविद्यालयों की फर्जी डिग्रियां बनाकर दे रहे थे. इस काम के बदले मोटी रकम वसूली जाती थी और इनके लिए ई-मित्र केंद्रों और कोचिंग संस्थानों की आड़ ली जा रही थी. इतना ही नहीं गिरोह के सदस्यों की तो कुछ विश्वविद्यालयों के प्रशासन से भी सांठगांठ थी.
ये हैं नकली ड्रिग्रियां
पुलिस ने छापेमारी के दौरान पूरे देश के कई राज्यों के शैक्षणिक संस्थानों और बोर्ड्स के दस्तावेज बरामद किए. इनमें वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी कोटा, बिहार मुक्त विधालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड पटना और स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी शामिल हैं.
इसके अलावा विभिन्न कोर्सों की फर्जी अंकतालिकाएं और डिप्लोमा दस्तावेज भी मिले हैं, जो कि पीजीडीसीए, योगा थैरेपी, बीएससी, बीए, बीसीए, बीबीए, एमबीए जैसे कोर्स से इत्तिफाक रखती हैं.
इस छापेमार कार्रवाई के दौरान आरोपियों के पास से बड़ी मात्रा में नकली डिग्री, फर्जी प्रवजन प्रमाण पत्र, चेकबुक, क्रेडिट और डेबिट कार्ड भी बरामद हुए हैं.
फिलहाल, इस अपराध में शामिल अब तक 4 आरोपियों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों का भी पर्दाफाश किया जा सके.
मौके से कई फर्जी दस्तावेज बरामद
इस दौरान पुलिस को आरोपियों के कब्जे से पीजीडीसीए की 96 अंकतालिकाएं, 2 पोस्ट ग्रेजुएशन एप्लीकेशन इन कंम्प्यूटर साईंस का डिप्लोमा-7, 3 योगा थैरेपी में पीजी डिप्लोमा-66, 4 डिप्लोमा इन योगा-31, 5 बीएससी सीबीजेड की अंकतालिकायें-17, 6 बीए की अंकतालिका 93, 7 बीसीए की अंकतालिका-18, के फर्जी दस्तावेज प्राप्त हुए. फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच में जुटी है.