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Jhalawar School News:: (social media)
Jhalawar School News: राजस्थान के झालावाड़ में शुक्रवार की सुबह एक बड़ा हादसा हुआ. यहां पर जिले में एक सरकारी स्कूल (Jhalawar school roof collaps) की छत गिर गई. इसकी चपेट में आने से 7 बच्चों की मौत हो गई. वहीं 17 बच्चे घायल हो गए. पीएम नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा, 'राजस्थान के झालावाड़ स्थित एक स्कूल में हुई दुर्घटना बेहद दुखद है. इस कठिन घड़ी में मेरी संवेदनाएं प्रभावित छात्रों और उनके परिवारों के साथ हैं. मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं. अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं.' वहीं जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने बताया कि हादसे के बाद बच्चे दबे हुए थे उन सभी को निकाल लिया गया है. कुछ का अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं कुछ घर पहुंचा दिया है. इस तरह के हादसे को रोकने के लिए हम हर संभव कोशिश करेंगे. शिक्षा विभाग की ओर से निर्देश मिले हैं कि प्रदेश में ऐसा कोई भी स्कूला हो जहां पर हादसे की संभावना हो, उन स्कूलों की छुट्टी की जाए.
The mishap at a school in Jhalawar, Rajasthan, is tragic and deeply saddening. My thoughts are with the affected students and their families in this difficult hour. Praying for the speedy recovery of the injured. Authorities are providing all possible assistance to those…
— PMO India (@PMOIndia) July 25, 2025
4 मतृक बच्चों की पहचान हो चुकी है. हादसे में पायल (14) पुत्री लक्ष्मण, प्रियंका (14) पुत्री मांगीलाल, कार्तिक (8) पुत्र हरकचंद, हरीश (8) पुत्र बाबूलाल, मीना रेदास की जान चली गई है. वहीं तीन बच्चों की पहचान नहीं हो पाई है.
9 घायलों को झालावाड़ रेफर
घायलों में कुंदन (12) पुत्र वीरम, मिनी (13) पुत्र छोटूलाल, वीरम (8) पुत्र तेजमल, मिथुन (11) पुत्र मुकेश, आरती (9) पुत्री हरकचंद, विशाल (9) पुत्र जगदीश, अनुराधा (7) पिता लक्ष्मण राजू (10) पुत्र दीवान, शाहीना (8) पुत्र जगदीश को झालावाड़ रेफर किया.
मुख्यमंत्री ने जांच के दिए आदेश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्कूल बिल्डिंग के हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने हादसे की जांच के निर्देश दिए हैं. झालावाड़ स्कूल इमारत हादसे पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि हजारों इमारतें जर्जर हालत में हैं. इन्हें सही करवाने को लेकर काम शुरू किया गया है. इस पर करीब 200 करोड़ रुपए का खर्च होगा. शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी प्राथमिकता के तौर पर घायलों के सही इलाज को लेकर निर्देश दिए गए हैं.
जगह-जगह बच्चों की किताबें फैलीं
हादसे के बाद स्कूल में जगह-जगह बच्चों की किताबें और सामान फैला हुआ दिखाई दिया. ग्रामीणों के अनुसार, बच्चों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया. पूरा मंजर काफी डरावना था. स्कूल में कुल 7 क्लासरूम हैं. हादसे के दौरान स्कूल के दो क्लासरूम में 71 बच्चे मौजूद थे. क्लासरूम में जब हादसा हुआ तो उसमें 7वीं क्लास के बच्चे पढ़ाई कर रहे थे. स्कूल में दो टीचर थे. दोनों हादसे के दौरान इमारत से बाहर थे.