kanhaiyalal murder case: राजस्थान के उदयपुर में दुकान में घुसकर दर्जी कन्हैयालाल की जघन्य हत्या करने वाले आरोपी जावेद को गुरुवार को हाई कोर्ट ने जमानत दे दी. मामले पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट की खंडपीठ ने आरोपी को सशर्त जमानत दे दी है. कोर्ट ने 2 लाख रुपये के जमानत मुचलके और 1 लाख रुपये की राशि पर आरोपी जावेद की जमानत मंजूर की है. बता दें कि उदयपुर के एक टेलर शॉप में काम करने वाले कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर फरसे से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना को 28 जून, 2022 को अंजाम दिया गया था. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. इस हत्याकांड की चर्चा देशभर में हुई थी और परिवार के साथ ही लोगों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की मांग की थी.
कन्हैयालाल की हत्या करने वाले आरोपी को मिली जमानत
इस घटना ने पूरे देश में हड़कंप मचाकर रख दिया था. वीडियो में देख सकते हैं कि कन्हैयालाल साहू की दो लोगों ने फरसे से गला काटकर हत्या कर दी थी. इस वीडियो के सामने आने के बाद पूरे देश में आक्रोश का महौल था और सभी आरोपी के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे थे. घटना के बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए कुल 11 आतंकियों को आरोपी बनाया था. जिसमें 2 आरोपी पाकिस्तान के भी थे. एनआईए जांच में यह भी सामने आया था कि कन्हैयालाल की हत्या को पूरी साजिश के तहत अंजाम दिया गया था और साजिश रचने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया था.
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क्यों रची गई थी कन्हैयालाल की हत्या की साजिश?
दरअसल, कन्हैयालाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए बीजेपी नेता नुपुर शर्मा का समर्थन किया था. जिसमें उन्होंने पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. जिसके बाद बीजेपी नेता ने माफी भी मांग ली थी और पार्टी ने उन्हें बाहर का रस्ता दिखा दिया था. इस पोस्ट को देखने के बाद रियाज और गौस उन्हें धमकी देने के लिए दुकान पर पहुंचे और उसका फोन लेकर खुद से ही पोस्ट डिलीट कर दिया. साथ ही दोनों ने ऐसा पोस्ट दोबारा ना डालने की धमकी भी दी. इस मामले में कन्हैया के पड़ोसी ने भी उन पर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया.
28 जून को घटना को दिया गया अंजाम
वहीं, बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई. इसके बाद कन्हैया को लगातार फोन पर जान से मारने की धमकी मिलने लगी. इसकी शिकायत कन्हैया ने भी पुलिस में की. पुलिस ने दोनों धर्मों के लोगों के बीच समझौता भी कराया. कुछ दिन तक पहले तो कन्हैया डर से दुकान नहीं गए, लेकिन घर को देखते हुए वह वापस से दुकान गए. शायद ही उन्होंने सोचा होगा कि यह दिन उनकी जिंदगी का आखिरी दिन होगा. दुकान खुलते ही 28 जून, 2022 को कपड़ा सिलवाने के बहाने रियाज और गौस आए. जब तक कन्हैया एक आरोपी का नाप ले रहे थे, तब तक दूसरे आरोपी ने पीछे से उनका गला रेत दिया. कन्हैया उनसे अपनी जान की गुहार लगाते रहे, लेकिन आरोपी नहीं रूके. उन्होंने बेरहमी से उनकी हत्या कर दी.