राजस्थान के करौली में न्यूज नेशन की खबर के असर के चलते वहां की गहलोत सरकार को पुजारी को जिंदा जलाने के मामले में घुटने टेकने पड़े. राजस्थान में शुक्रवार को कुछ दबंगों ने मिलकर मंदिर के पुजारी को दिन दहाड़े पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया था जिसके बाद पुजारी की मौत हो गई थी. राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने पुजारी के परिजनों को 10 लाख के मुआवजे और एक घर देने का ऐलान किया है.
इसके अलावा राजस्थान सरकार ने पुजारी के घर के किसी सदस्य को राजस्थान सरकार की ओर से एक संविदा की नौकरी देने का ऐलान भी किया है. आपको बता दें कि पीड़ित परिवार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गया था और पुजारी के अंतिम संस्कार के लिए नहीं उठ रहा था. जिसके बाद राजस्थान सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया.
राज्यपाल ने सीएम से की थी मुलाकात
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने पुजारी हत्या मामले में संज्ञान लेते हुए शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से ताजा हालात के बारे में बातचीत की. कुछ भूमाफियाओं ने मंदिर के पुजारी को अवैध कब्जे का विरोध करने पर जिंदा जला दिया था. इसबीच, हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी करौली जिले के बुकना गांव में पुजारी बाबूलाल वैष्णव की जघन्य हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. दूसरी ओर पीड़ित परिवार ने भी मामले में कार्रवाई किए जाने और वित्तीय सहायता मिलने तक पुजारी का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है.
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राजस्थान की बिगड़ी कानून व्यवस्था पर राज्यपाल ने सीएम से की थी बात
घटना पर दुख जताते हुए, मिश्रा ने गहलोत से लंबी चर्चा की और बाड़मेर में एक नाबालिग से दुष्कर्म मामले पर भी बातचीत की. उन्होंने राज्य में कानून व व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति पर भी चिता जताई. राज्यपाल कार्यालय की ओर से जारी प्रेस नोट के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मामले में संज्ञान लिया है और पुलिस मामले की सघन जांच कर रही है. आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. गहलोत ने कहा कि सरकार राज्य में कानून व व्यवस्था की स्थिति पर नजर रख रही है और अधिकारियों को कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं.
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पुजारी की हत्या के विरोध में धरने पर बैठे थे लोग
शनिवार को, बुकना गांव में मंदिर के पुजारी की हत्या के विरोध में हजारों लोग जमा हो गए. पुजारी ने कुछ भूमाफियाओं को मंदिर परिसर की जमीन पर अवैध कब्जा करने से रोका था, जिससे गुस्साए इन लोगों ने पुजारी को जिंदा जला दिया था. पीड़ित का परिवार 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता, एक सरकारी नौकरी, परिवार को सुरक्षा और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे.
Source : News Nation Bureau