राजस्थान के करौली जिले से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है. यहां हाईटेंशन वायर की चपेट में आने से एक ही परिवार के कुल 6 लोग झुलस गए. इस दुर्घटना में पति पत्नी की जान चली गई. बताया जा रहा है कि परिवार अपने खेत से बाजरे की कटाई कर थ्रेसर ट्रैक्टर से बैठकर घर लौट रहा था. इसी बीच अमरपुरा के पास 11 केवी लाइन का तार ट्रैक्टर पर गिर गया और सभी को चपेट में ले लिया.
घटना के दौरान राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ किरोडी लाल मीणा घटना स्थल से कुछ ही दूरी पर मौजूद थे. गनीमत रही कि भैंसों का काफिला आने से कृषि मंत्री डॉ किरोडी लाल मीणा के वाहनों को रुकना पड़ा वरना यह तार मीणा के काफिले पर गिरता और बड़ा हादसा हो जाता.
इस भयावह हादसे से ग्रामीण बिजली विभाग के खिलाफ आक्रोशित हैं. उनका आरोप है कि उन्होंने कई बार बिजली विभाग को तारों को टाइट करने के लिए गुहार लगाई लेकिन किसी भी विद्युत अधिकारी कर्मचारी के ओर से 11 केवी लाइन को सही करने की जहमत नहीं उठाई, जिसके चलते परिवार को जान से हाथ धोना पड़ा.
करंट में झुलस गया परिवार
करंट से झुलसा परिवार अपने खेत से बाजरे की कटाई कर ट्रैक्टर की थ्रेसर मशीन से घर लौट रहा था. ट्रैक्टर चला रहे सोनू बेरवा के साथ उसकी पत्नी नीरज देवी पुत्र रोहित उम्र 7 वर्ष, अन्नू 8 वर्ष और जस्सू 20 वर्ष, मानसिंह बेरवा 30 वर्ष सहित 6 लोग बैठकर आ रहे थे. अचानक अमरपुरा गांव में 11 केवी का सिंगल तार टूटकर ट्रैक्टर थ्रेसर में बैठे इस परिवार के 6 लोगों पर गिर गया करंट लगने से सभी लोग बुरी तरह झुलस गये.
इलाज के दौरान पति-पत्नी ने तोड़ा दम
ग्रामीणों ने घायलों को करणपुर स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए भर्ती कराया जहां पर चिकित्सकों ने सोनू बेरवा को मृत घोषित कर दिया जबकि उसकी पत्नी नीरज को करौली रेफर कर दिया जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई.
मृतक सोनू बेरवा और उसकी पत्नी की मौत हो जाने से उनके दो मासूम बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया. फिलहाल बच्चों का इलाज स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है. परिवार के लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी को हत्यारा घोषित किया और उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.