राजस्थान में हुई करौली हिंसा को लेकर सियासत गरमा गई है. करौली हिंसा को लेकर AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने गहलोत सरकार (Gehlot government) पर निशाना साधा है. ओवैसी ने जयपुर में कहा कि अगर अशोक गहलोत सरकार नहीं चाहती तो करौली हिंसा नहीं होती. यह गहलोत सरकार की विफलता है. उन्हें खबर थी कि दंगा भड़क जाएगा. उन्होंने जुलूस की अनुमति दी. उन्हें पता था कि आपत्तिजनक गाने बजाए जाएंगे, वे इसे रोक सकते थे.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि गहलोत सरकार की विफलता की वजह से गरीबों को नुकसान हुआ, घरों और दुकानों को जला दिया गया. अगर अशोक गहलोत सरकार न्याय के पक्ष में है, तो हम उनसे एक जांच आयोग बनाने और नुकसान झेलने वाले सभी लोगों को मुआवजा देने की मांग करते हैं. उन्हें (सरकार) लोगों को न्याय देना चाहिए.
अकबरुद्दीन ओवैसी के भाई असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi brother of Akbaruddin Owaisi) ने कहा कि मैं भगवान का शुक्रिया अदा करता हूं कि अकबरुद्दीन ओवैसी को अदालत ने बरी कर दिया है. मैं अधिवक्ताओं की टीम को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इस कानूनी मामले में हमारी मदद की. लोगों की दुआएं फलीभूत हुई हैं.
आपको बता दें कि राजस्थान के करौली में 2 अप्रैल को नव संवत्सर पर हुई हिंसा पर सियासत गरमा गई है. करौली में राजस्थान पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद तेजस्वी सूर्या और राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पुनिया को हिरासत में ले लिया है.
Source : News Nation Bureau