राजस्थान के करौली में 2 अप्रैल को नव संवत्सर पर हुई हिंसा पर सियासत गरमा गई है. करौली में राजस्थान पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद तेजस्वी सूर्या और राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष सतीश पुनिया को हिरासत में ले लिया है. दोनों बीजेपी नेता हिंसा प्रभावित करौली की यात्रा पर जा रहे थे. भाजपा युवा मोर्चा ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जयपुर से करौली तक न्याय यात्रा निकाली, लेकिन इस यात्रा को करौली से 45 किलोमीटर पहले सलेमपुर में
पुलिस ने रोक लिया और आगे नहीं जाने दिया.
युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्य और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की अगुवाई में युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और आगे बढ़ने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई. सूर्या और पुनिया बैरिकेट्स फादकर आने बढ़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने हिरासत में ले लिया. पुलिस प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठियां भांजी. तेजस्वी सूर्या ने आरोप लगाया कि गहलोत सरकार आरोपियों को बचाने और अपना गुनाह छुपाने के लिए जाने से रोक रही है.
इसे लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां रामनवमी पर दंगे भड़के. राजस्थान में सभी समुदायों ने साथ मिलकर रामनवमी का त्यौहार मनाया एवं रामनवमी के जुलूसों का हिन्दू, मुस्लिम, सिख समेत तमाम धर्मों, वर्गों के लोगों ने स्वागत किया. भाजपा को राजस्थान के लोगों की एकता एवं सौहार्दपूर्ण माहौल से परेशानी है. ये अफसोस कर रहे हैं कि प्रदेश में रामनवमी का त्यौहार शांतिपूर्ण ढंग से कैसे मन गया?.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा के नेतागण लगातार प्रयास कर रहे हैं कि कैसे प्रदेश में सांप्रदायिक माहौल बनाया जाए, इसलिए कभी ये करौली में जाकर भ्रामक बातें करते हैं तो कभी राज्यपाल महोदय को ज्ञापन सौंपते हैं, जिससे तनाव बना रहे. परंतु प्रदेश सरकार ने प्रशासन को चाक चौबंद रहने के निर्देश दिए हैं जिससे कोई भी अप्रिय घटना ना हो सके.
उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति यदि राजस्थान की शांति व्यवस्था को भंग करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी चाहे वो किसी भी पार्टी या वर्ग से संबंध रखता हो.
Source : News Nation Bureau