राजस्थान के कोटा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. एक मरीज की मौत सिर्फ इसलिए हो गई कि उसे परिजनों ने कूलर चलाने के लिए वेंटिलेटर का प्लग कथित तौर पर हटा दिया था. जानकारी के मुताबिक 13 जून को एक शख्स को कोरोना वायरस संक्रमण होने के संदेह में महाराव भीम सिंह (एमबीएस) अस्पताल में भर्ती किया गया था. बाद में उस शख्स की रिपोर्ट निगेटिव आई.
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तबियत ज्यादा खराब होने पर शख्स को 15 जून को अलग वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. शख्स को जिस वार्ड में शिफ्ट किया गया उसमें बहुत गर्मी थी. गर्मी के कारण परिजनों ने कूलर लगा दिया. जानकारी के मुताबिक परिजनों को जब कूलर लगाने के लिए सॉकेट नहीं मिला तो उन्होंने वेंटिलेटर का ही प्लग हटा दिया. अस्पताल के अन्य अधिकारियों ने कहा कि परिजनों ने कूलर लगाने की अनुमति नहीं ली. उनका आरोप है कि जब मरीज की मौत हो गई तो उन्होंने ड्यूटी पर तैनात रेजिडेंट डॉक्टर और चिकित्सा कर्मियों से दुर्व्यवहार किया.
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मरीज की हुई मौत
ग्लग हटाने से करीब आधा घंटे बाद वेंटिलेटर की बिजली खत्म हो गई. आननफानन में इसकी जानकारी डॉक्टरों को दी गई. मरीज पर सीपीआर भी आजमाया गया लेकिन शख्स की मौत हो गई. इस घटना के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया. अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना ने कहा कि तीन सदस्यीय समिति घटना की जांच करेगी जिसमें अस्पताल के उपाधीक्षक, नर्सिंग अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं. समिति शनिवार को अपनी रिपोर्ट देगी.
Source : News Nation Bureau