जेके लोन अस्पताल में 110 बच्चों की मौत के बाद अब राज्य सरकार हरकत में आई है. इस मामले में राज्य सरकार ने कार्रवाई करते हुए बाल चिकित्सा विभाग के एचओडी को हटा दिया है. अब डॉ. जगजीत सिंह ने विभाग का नया एचओडी बनाया गया है.
लोकसभा अध्यक्ष और क्षेत्रीय सांसद ओम बिड़ला ने शनिवार को कोटा जेके लोन अस्पताल का दौरा कर अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने यहां भर्ती बच्चों के परिजनों से भी मुलाकात की. बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहनगर जोधपुर में जेके लोन से भी ज्यादा बच्चों की मौत हुई है. यहां एक महीने के अंदर 146 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस महीने 4689 बच्चे जन्म लिए थे, जिनमें से 146 बच्चों की मौत हो गई. वहीं बीकानेर के हॉस्पिटल में दिसंबर में 162 बच्चों ने दम तोड़ दिया. इन आंकड़ों का मतलब यह है कि हर दिन पांच से ज्यादा बच्चों की मौत हो रही है.
गौरतलब है कि इधर, एनएचआरसी,दिसंबर, 2019 के महीने में राजस्थान के कोटा जिले के एक सरकारी अस्पताल में 100 से अधिक बच्चों की मौत के बारे में मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लिया है. एनएचआरसी ने राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव को विस्तृत रिपोर्ट देने के लिए नोटिस जारी किया है. एनएचआरसी ने सरकार को इसके लिए चार सप्ताह की मोहलत दी है. आयोग ने कहा कि नोटिस यह सुनिश्चित करने के लिये भेजा गया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
Source : News Nation Bureau