गैंगस्टर विक्रमजीत सिंह बराड़, जो लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के करीबी माने जाते हैं, हाल ही में अचानक अजमेर के जेएलएन अस्पताल में भर्ती हुए. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच हथियारबंद स्पेशल कमांडो और पुलिसकर्मियों की निगरानी में लाया गया. जानकारी के अनुसार, बराड़ अपने पैरों और कमर में लंबे समय से तकलीफ महसूस कर रहे हैं, और अब उनकी आंखों में भी परेशानी बढ़ गई है.
गिरफ्तारी और अदालती कार्रवाई
विक्रम बराड़ को फरवरी महीने में राजस्थान पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट के तहत पटियाला से गिरफ्तार किया था. उन्हें जयपुर के चौमू में ज्वैलरी शोरूम से हुई लूट के मामले में तहकीकात के लिए राजस्थान लाया गया था. कोर्ट में पेशी के बाद, उन्हें अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया. बताया जाता है कि बराड़ का संबंध लॉरेंस गैंग से तब बना जब वह चंडीगढ़ में पढ़ाई कर रहा था. यह कहा जाता है कि वह लॉरेंस और गोल्डी बराड़ के सबसे बड़े विश्वासपात्रों में से एक है.
यूएई से गिरफ्तारी और एनआईए की कार्रवाई
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने विक्रम बराड़ को यूएई से गिरफ्तार किया और उसे भारत लाया. जानकारी के मुताबिक, बराड़ ने पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्या कांड में गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई की मदद की थी. एनआईए की जांच में यह सामने आया कि बराड़, लॉरेंस की सहायता से भारत में हथियारों की तस्करी और जबरन वसूली में संलिप्त था.
कई राज्यों में दर्ज मामले
विक्रम बराड़ पर हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और अवैध हथियारों के मामले में दर्जनों मुकदमे हैं. वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य है और उसके खिलाफ राजस्थान सहित कई राज्यों में दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. इसके अलावा, बराड़ पर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप है.
स्वास्थ्य समस्याएं और आगे का रास्ता
बराड़ की हालिया स्वास्थ्य समस्याओं के चलते उनके परिवार और समर्थकों के बीच चिंता बढ़ गई है. अस्पताल में उनकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. यह देखना होगा कि उनकी स्वास्थ्य समस्याएं उनके कानूनी मामलों पर क्या प्रभाव डालती हैं और क्या वे अपने गिरोह के सदस्यों के साथ जुड़कर आगे की योजनाओं को क्रियान्वित कर पाएंगे.