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Makar sankranti 2019 : जयपुर में अलग अंदाज में मनाई जाती है मकर संक्रांति

मकर संक्रांति के चलते जयपुर के कई बाजार पतंगों से सज गए है.

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yogesh bhadauriya
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Makar sankranti 2019 : जयपुर में अलग अंदाज में मनाई जाती है मकर संक्रांति
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राजस्थान का जयपुर शहर पतंगबाजी के लिए भी देश दुनिया मे खास पहचान रखता है. मकर संक्रांति के चलते जयपुर के कई बाजार पतंगों से सज गए है. यहां पतंग खरीदने वालों की भीड़ उमड़ रही है. हल्दियों के रास्ते बाजार में पतंगे सजती हैं. जयपुर में मकर संक्रांति पर शहर में पतंगबाजी होती है. इसके दो सप्ताह पहले ही बच्चे, महिलाएं एवं युवा घरों की छतों पर पतंग उड़ाते नजर लगते हैं. पतंगबाजी का हुनर मकर संक्रांति के मौके पर परवान चढ़ जाता है. इस बीच आसमान रंग-बिरंगी पतंगों से अट जाता है. चारों तरफ एक ही शोर सुनाई देता है, वो काटा-वो मारा.

जयपुर में पतंग विक्रेताओं की अलग ही पहचान है. शहर में पतंगों का होल सेल मार्केट है जो जयपुर के अलावा बीकानेर, जोधपुर, कोटा, टोंक, सवाईमाधोपुर जिलों में पतंगे भेजते हैं. राज्य के बाहर भी यहां से पतंगें सप्लाई होती हैं जिनमें दिल्ली, हरियाणा, कोलकाता, हुबली प्रमुख हैं. वहां के पतंग विक्रेता अपने द्वारा निर्मित पतंगों के अलावा बरेली से भी पतंग एवं माझों की खरीद कर विभिन्न स्थानों पर क्रय विक्रय करते हैं.

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पतंग उड़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. कभी रीति-रिवाज, परंपरा और त्योहार के रूप में उड़ाए जाने वाली पतंग आज मनोरंजन का पर्याय बन गई है. पतंग विश्व के कई देशों में उड़ाई जाती हैं, लेकिन भारत के कई राज्यों में भी पतंग विभिन्न पर्वो और त्योहारों पर उड़ाई जाती है. माना जाता है कि पतंग का आविष्कार ईसा पूर्व तीसरी सदी में चीन में हुआ था. दुनिया की पहली पतंग एक चीनी दार्शनिक मो दी ने बनाई थी. पतंग का इतिहास लगभग 2,300 वर्ष पुराना है. पतंग बनाने का उपयुक्त सामान चीन में उपलब्ध था जैसे रेशम का धागा और पतंग के आकार को सहारा देने वाला हल्का बांस. चीन के बाद पतंगों का फैलाव जापान, कोरिया, थाईलैंड, बर्मा, भारत, अरब, उत्तरी अफ्रीका तक हुआ.

जयपुर में यू तो पतंगबाजी का इतिहास सदियों पुराना है, मगर कहते हैं महाराजा मानसिंह ने जयपुर में पतंगबाजी को महोत्सव का रूप दिया था. मकर संक्रांति पर जयपुर की पतंगबाजी देखते ही बनती है. क्या बच्चे क्या जवान,वृद्ध सभी छतों पर नजर आते है. मगर पतंगबाजी अभी से ही शुरू हो जाती है. हांड़ीपुरा के बाजार में खरीददारों की भीड़ उमड़ रही है. यहां दर्जनों प्रकार की पतंगे मिलती हैं.

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Source : News Nation Bureau

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