अजमेर के ब्यावर कस्बे में नाबालिग बच्चों का यौन शोषण करने के आरोपी एक मौलवी को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. मेवाड़ी गेट पर स्थित एक मदरसे में आरोपी मौलवी बच्चों को पढ़ाने का काम करता था, वहां के कुछ बच्चों ने यौन शोषण और छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे. पुलिस ने बच्चों की शिकायत पर जांच के बाद मौलवी आलम को गिरफ्तार कर पॉक्सो एक्ट (POCSO) के तहत कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.ब्यावर सिटी सीआई रवींद्र के अनुसार मामला तीन महीने पुराना ब्यावर के एक मदरसे से जुड़ा हुआ है.
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वहां हरियाणा पलवल के रहने वाले मौलवी आलम पर वहां के पढ़ने वाले बच्चों के साथ गलत हरकते करने और यौन शोषण करने के आरोप लगे थे. मौलवी की हरकतों से परेशान बच्चों ने इसकी शिकायत चाइल्ड लाइन संस्था को दी. इस शिकायत के बाद मामले में जिला प्रशासन की ओर से एक कमेटी गठित की गई.
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हालांकि कमेटी की जांच के बाद भी मौलवी पकोई कार्रवाई नहीं की गई थी. इसके बाद मामला जब मीडिया के जरिए सामने आया तो पुलिस ने 10 जनवरी को मौलवी के खिलाफ मामला दर्ज किया. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने मंगलवार को मौलवी आलम को गिरफ्तार कर उसे पॉक्सो कोर्ट संख्या 2 में पेश किया. कोर्ट ने 19 फरवरी तक मौलवी को जेल भेज दिया.
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बता दें कि दिल्ली एनसीआर से सटे गाजियाबाद के एक मदरसे पर आरोप है कि एक किशोर 10 साल की नाबालिग को पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर स्थित उसके घर से लेकर आया था. जिसे मदरसे में उसने बंधक बनाकर रखा और उसके साथ कथित तौर पर रेप किया. 21 अप्रैल को लड़की के पिता ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम ने लड़की को मदरसे से बरामद किया गया था. पुलिस ने किशोर को भी पकड़ लिया था. इस पूरे मामले को क्राइम ब्रांच को सौंपा गया था.
Source : Vikas Tak