राजस्थान में एक बार फिर से मॉब लिंचिंग (भीड़ की ओर से हमला) का सनसनीखेज मामला सामने आया है. राजस्थान के अलवर में लकड़ी काटने गए एक समुदाय के तीन युवकों को भीड़ ने घेरकर जमकर पिटाई की. भीड़ की बेदम पिटाई से एक युवक ने दम तोड़ दिया है. बाकी दो युवकों को नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि एक समुदाय के तीन लड़के खरीदी लकड़ी लेने आए थे. इसी दौरान वनकर्मियों की गाड़ी में 10-12 लोग आए और उन्होंने घेर लिया. पीड़ित युवकों ने आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने जेसीबी लगाकर रोका और बिना कुछ कहे मारपीट करने लगे. हमने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन ज्यादा लोग होने के कारण वह हमें मारते रहे. अधिक पिटाई होने से हमारे एक साथी की जान चली गई.
पीड़ित युवकों ने पुलिस पर भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया. पीड़ितों ने कहा कि पुलिस के सामने भीड़ हमें पीट रही थी, लेकिन इन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की. अलवर के हरसोरा थाने में मामला दर्ज किया गया है. पीड़ित ने पुलिस में FIR दर्ज कराई है.
यह भी पढ़ें: MP में बीजेपी का बड़ा दांव, महज 4 घंटे में दूसरे दल के प्रत्याशी को बना लिया अपना
मृतक लकड़ी खरीद और बिक्री का करता था काम
दर्ज एफआईआर में तैय्यब खान ने बताया कि 17 अगस्त को मेरा बेटा वसीम रामपुर (बानसूर) से लकड़ी खरीदी थी, वह गाड़ी लेकर लकड़ी लाने गया था. इसी दौरान वन विभागा की गाड़ी में कुछ लोग आए और इन लड़कों से बिना कुछे पूछताछ किए इनके साथ मारपीट शुरू कर दी. मृतक के दादा अब्दुल अली ने बताया कि वसीम क्षेत्र में पेड़ों की खरीददारी करता था और बेचता था. एक दो दिन पहले रामपुर में पेड़ खरीदे थे और उनकी कटाई करने अपने चाचा और ताऊ के लड़के आसिफ और अजरूद्दीन के साथ गया था. इसी दौरान कुछ लोगों ने कहा कि वन विभाग की टीम चक्कर लगा रही है आप पेड़ अब मत काटो. जिसपर यह लोग अपने घर वापस जा रहे थे. पीछे से वन विभाग की गाड़ी इनका पीछा करते हुए नारोल के पास जेसीबी लगवाकर रुकवा और भीड़ ने लाठी डंडों से मारपीट कर दी, जिसमें तीनो लोग बुरी तरह घायल हो गए. मृतक वसीम के दादा ने आरोप लगाया कि उसकी छाती पर किसी हथियार से वार किया गया.
Source : News Nation Bureau