राजस्थान का सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. पायलट गुट और गहलोत गुट के बीच काफी मतभेद चल रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ बसपा-कांग्रेस के बीच विलय को लेकर काफी उठा पटक चल रहा है. बसपा आरोप लगा रही है कि उसके विधायकों को गलत तरीके से कांग्रेस में मिला लिया है. वहीं यह मामला कोर्ट में भी चल रहा है. वहीं दूसरी तरफ कहा जा रहा है कि अब बसपा के नहीं कांग्रेस के हैं सभी 6 विधायक. बसपा विधायकों को कांग्रेस का बताते हुए कांग्रेस ने प्रार्थना पत्र पेश किया. राजस्थान हाईकोर्ट में पक्षकार बनने के लिए प्रार्थना पत्र पेश किया. प्रार्थना पत्र में कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने विलय को मंजूरी दी है. ऐसे में अब विधानसभा में बसपा के विधायक कांग्रेस के विधायक हैं. कांग्रेस का पक्ष सुने बिना मामले में नहीं कोई फैसला दिया जाए. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और मुख्य सचेतक को पक्षकार बनाने की गुहार लगाई है. एडवोकेट वरुण के चौपड़ा, शाश्वत पुरोहित ने प्रार्थना पत्र पेश किया है.
यह भी पढ़ें- संजय दत्त को अस्पताल से छुट्टी मिली, नेगेटिव आई थी कोरोना रिपोर्ट
सीएम सचिन पायलट ने यू-टर्न लेते हुए एक बार फिर कांग्रेस आलाकामान से संपर्क साधा
राजस्थान सरकार को गिराने की साजिश रचने और विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों से घिरे पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने यू-टर्न लेते हुए एक बार फिर कांग्रेस आलाकामान से संपर्क साधा है. गहलोत सरकार की ओर दर्ज राजद्रोह की केस फाइल एसओजी की ओर से बंद किए जाने को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के किसी बड़े गेम प्लान की अटकलों के बाद अब पायलट ने नया दांव खेले है. पायलट ने अब राहुल गांधी से मिलने का समय मांगा है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस से बागी हुए 18 विधायकों के साथ पायलट ने मिलने का समय मांगा. लेकिन उन्हें राहुल गांधी की ओर से कोई पॉजिटिव रिस्पॉन्स नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि पायलट को अभी मिलने का समय नहीं मिला है. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की ओर से भी पायलट को मनाने की कोशिश हुई है. पायलट कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के संपर्क में हैं. इसी कड़ी के जरिए पायलट गुट राहुल गांधी से मिलने जा रहा है.