भैरू सिंह निवासी दिवेल ने थाना खाचरौद पहुंचकर 19 सितंबर को धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी. भेरू ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया था कि भगवान पिता जुझार गुर्जर ने शादी करवाने का झांसा देकर मुझे लड़की सुमन पिता रघुवीर और उसके ममेरे भाई विशाल पिता अनील से मिलवाया था. विशाल ने कहा कि सुमन के माता-पिता नहीं है. शादी करने के लिए डेढ़ लाख रुपये देने होंगे. उक्त शर्त पर दुल्हन के लिये भेरु सिंह ने हां कर दी. बकायदा नागदा कोर्ट में भेरू सिंह तथा सुमन ने 1000 रुपये के स्टाम्प पेपर पर शादी की लिखा पढ़ी करवाई. शर्त के अनुसार भेरू ने डेढ़ लाख रुपये भी सुमन के साथियों को दिये. शादी के ठीक 4 दिन बाद सुमन का कथित भाई विशाल सुमन को लेने के लिये भेरु सिंह के घर दिवेल पहुंचा.
सुमन अपना सामान लेकर घर से जाने लगी
भेरु सिंह ने सुमन को विशाल के साथ भेजने से मना कर दिया. दो-तीन बार सुमन ने भेरू के घर से जाने की कोशिश की, लेकिन रुपये देकर आई दुल्हनियां को भेरू ने जाने नहीं दिया. 19 सितंबर को फिर एक बार सुमन अपना सामान लेकर घर से जाने लगी. इस बीच भैरव सिंह ने सुमन को रोककर पूछा कि कहां जा रही हो. इस पर सुमन ने बोला कि मेरा पति विशाल है और मैं उसके पास जा रही हूं. अगर तुमने मुझे जाने नहीं दिया तो मैं तुम्हें झूठे केस में फंसा दूंगी. आत्महत्या कर लूंगी तब भेरू के समझ आ गई कि उसके साथ धोखाधड़ी हो चुकी है. भेरू ने इसकी शिकायत खाचरौद थाने पर दर्ज कराई है.
पत्नी का अपहरण कर लिया
बता दें कि शादी के बाद से ही सुमन को पत्नी कहने वाला मामले का आरोपी विशाल शर्मा भी पुलिस को लगातार जानकारी देकर बताता रहा कि उसकी पत्नी सुमन का अपहरण भेरू ने कर लिया है. हमें काम देने के बहाने नागदा बुलाया गया और पत्नी का अपहरण कर लिया गया. जब खाचरौद पुलिस ने इस मामले की गहनता से जांच की तो पुलिस के हाथ चौका देने वाली जानकारी हाथ लगी. पुलिस ने भेरू गुर्जर निवासी ग्राम दिवेल की शिकायत पर धारा 420 में कायमी करते हुए 3 नामजद एवं अन्य अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अन्य आरोपियों सहित गिरोह के सदस्यों की जानकारी जुटाने में पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है.
Source : News Nation Bureau