राजस्थान में सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है. कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर और हमलावर हो गई है. गहलोत सरकार ने जहां राज्यपाल कलराज मिश्र को विधानसभा सत्र बुलाने के लिए कहा कहा है. वहीं कांग्रेस के तीन पूर्व कानून मंत्रियों ने भी राज्यपाल कलराज मिश्र को खत लिखकर विधानसभा सत्र बुलाए जाने को लेकर अपने विचार रखे हैं.
सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) ने कहा कि राजस्थान के राज्यपाल का रवैया हैरान करने वाला है. उन्होने कानून का पालन करते हुए जल्द विधानसभा सत्र बुलाने की बात कही है.
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पी चिदंबरम ने कहा कि राज्यपाल सिर्फ विधायकों को हस्ताक्षर करने और समन जारी करने वाले साधन है. अगर मुख्यमंत्री पर बहुमत नहीं होने का आरोप लगाया जाता है और वो बहुमत साबित करने के लिए विधानसभा सत्र बुलाने की बात करता है तो बहुमत साबित करने के लिए जल्द से जल्द एक सत्र बुलाने का हकदार है.
पी चिदंबरम ने आगे कहा, 'हम राजस्थान के राज्यपाल के रवैये से हैरान और परेशान हैं. इसलिए हम देश के सभी राजभवन के समक्ष इस मुद्दे का गंभीरता उजागर करने और संविधान के उल्लंघन पर लोगों का ध्यान आकर्षित करने से पहले विरोध कर रहे हैं.
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इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार पर सवाल भी उठाए. उन्होंने कहा कि देश में 2014 के बाद से ही राज्यपाल जिस तरह बनाए जा रहे हैं ये उसका ही नतीजा है.
Source : News Nation Bureau