टीबी एवं चेस्ट विभाग एवं आर एन टी मेडिकल कालेज उदयपुर चेस्ट फिजिशियन की औऱ से तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला एवं कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. जिसका शुभारंभ एम्स नई दिल्ली के डायरेक्टर पदम् श्री डॉ रणदीप गुलेरिया ने किया. इस कांफ्रेंस के दूसरे दिन भारत के विभिन्न हिस्सों से लगभग 350 से ज्यादा चेस्ट फिजिशियन द्वारा फेफड़ों से सम्बंधित एवं कोरोना महामारी से संबंधित विषय पर चर्चा की गई. वहीं कोरोना रिसर्च के 100 से अधिक पेपर्स एवं 90 से अधिक का व्याख्यान किया गया. यही नहीं आरएनटी मेडिकल कॉलेज में आयोजित इस कांफ्रेंस में फेफड़ों से सम्बंधित बीमारी के जांच व ईलाज के काम मे ली जा रही आधुनिकतम तकनीक के बारे में चर्चा की गयी.
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मुख्य अतिथि एम्स नई दिल्ली के डायरेक्टर पदम् श्री डॉ रणदीप गुलेरिया के अलावा राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस के वाइस चांसलर डॉ सुधीर भंडारी व जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा एवं आर एन टी मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉ लाखन पोसवाल सहित कई वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद रहे. कांफ्रेंस में आये एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने मीडिया से बातचीत कर बताया कि यह कॉन्फ्रेस फिजिकल कॉन्फ्रेंस है. जिसमें डॉक्टर आपस में मिलकर क्लीनिकल केस पर नई तकनीक और नई रिसर्च के बारे में बारे में चर्चा कर सकते हैं. जिससे यहां के लोगों और डॉक्टर्स को बहुत फायदा मिलेगा. पूरे देश के विशेषज्ञ और डॉक्टर जो इस फील्ड में माहिर है वे सभी यहां आए हैं.
आपको बता दें कि राजस्थान में यह कॉन्फ्रेंस पहले जनवरी में होनी थी. लेकिन कोरोना के नये वेरियंट ओमिक्रोन की वजह से कॉन्फ्रेंस मार्च में की गई. वहीं गुलेरिया ने कोरोना को लेकर कहा कि अब वेक्सिनेशन में कोई कमी नहीं है औऱ लोगों में वेक्सिनेशन के लगने से इम्युनिटी बढ़ी है. जिससे पहले की अपेक्षा काफी बेहतर स्थिति बनी है.
रिपोर्ट, जमाल खान
Source : News Nation Bureau