देशभर में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोनावायरस के मौजूदा हालात एक बार फिर से पिछले साल के घटनाक्रम को दोहराते हुए नजर आ रहे हैं. पिछले साल भी ठीक इसी समय देश में कोरोना वायरस ने कोहराम मचाना शुरू किया था और अब कोविड-19 के बढ़ते मामलों ने फिर से टेंशन बढ़ा दी है. महाराष्ट्र इस वक्त सबसे बुरे हालातों से गुजर रहा है. बीते 24 घंटों की बात करें तो महाराष्ट्र में 10 हजार से भी ज्यादा नए मामले सामने आए हैं. महाराष्ट्र के अलावा केरल में भी हालत काफी चिंताजनक हैं. महाराष्ट्र और केरल की स्थितियों को देखते हुए राजस्थान सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है.
राजस्थान में कोरोना वायरस पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए राज्य सरकार महाराष्ट्र और केरल से आने वाले लोगों पर कई तरह की सख्ती कर रही है. महाराष्ट्र और केरल से राजस्थान में आने वाले लोगों को अधिकतम 3 दिन पहले किए गए आरटीपीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. इतना ही नहीं, राजस्थान सरकार ने अब यही नियम पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात से आने वाले लोगों पर भी लागू कर दिया है. बता दें कि इन राज्यों में भी कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
इसके साथ ही राजस्थान सरकार ने पूरे राज्य में 5वीं तक के स्कूलों को 31 मार्च तक बंद रखने के आदेश दिए हैं. बता दें कि देशभर में तेजी से वापसी कर रहे कोरोनावायरस को देखते हुए शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक की गई थी. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें कई बड़े फैसले लिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों द्वारा की जा रही लापरवाही एक गंभीर चिंता की बात है. गहलोत ने राजस्थान में कोरोना के प्रति लोगों को आगाह करने के लिए राज्य के जनसंपर्क विभाग को एक बार फिर से जागरुकता अभियान तेज करने के आदेश दिए हैं.
HIGHLIGHTS
- देशभर में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना वायरस के नए मामले
- महाराष्ट्र के हालात बेहद खराब, केरल की स्थिति भी चिंताजनक
- महाराष्ट्र, केरल, गुजरात, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश के लोगों के लिए सख्ती
- राजस्थान में आने पर दिखाना होगा नेगेटिव रिपोर्ट
Source : News Nation Bureau