राजस्थान (Rajasthan) के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने की कोशिशों को लेकर विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि हम सब साथ मिलकर कोरोना की लड़ाई लड़ रहे हैं, पर बीजेपी ने मानवता की सारी हदें पार कर दी हैं. अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि एक तरफ हम जीवन और आजीविका बचाने में लगे हैं और दूसरी तरफ ये सरकार गिराने में लगे हैं. ये लोग सरकार कैसे गिरे कैसे खरीद फरोख़्त करें इस काम में लगे हुए हैं.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'मेरे जितने भी साथी हैं सबको सरकार बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है. जब वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे तब ये बात नहीं थी, लेकिन 2014 के बाद भाजपा को इतना घमंड आ गया है कि खुल के देश के सामने आकर धर्म, जाति के नाम पर लोकतंत्र की हत्या करने में लगी है.' उन्होंने आगे कहा, 'राहुल गांधी और सोनिया गांधी के ऊपर अटैक करने के लिए ये अपने मंत्रिमंडल को उतारते हैं. ये कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, पर अब कांग्रेस के नाम से डरते हैं. राजस्थान में सरकार स्थिर है, स्थिर रहेगी, 5 साल चलेगी और अगला चुनाव जीतने की तैयारी में लग गई है.'
उधर, सचिन पायलट व सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी से पूछा गया कि क्या कांग्रेस विधायकों में बीजेपी सेंध लगा रही है. इस पर उन्होंने कहा, 'किसी भी कांग्रेसी का ईमान नहीं डिगेगा. जिसका ईमान डिग जाए, वो कांग्रेसी नहीं है. इस बात का मुझे पूरा भरोसा.' महेश जोशी ने कहा, 'मुझे धमकी दी जा रही हैं कि मेरे खिलाफ विशेषाधिकार हनन लाएंगे.' उन्होंने कहा, 'सीएम के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव उनकी बौखलाहट है. फिर भी हम स्वागत करते हैं और संवैधानिक प्रक्रिया है, जवाब देंगे.'
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उल्लेखनीय है कि एसओजी ने इस बारे में दो मोबाइल नंबरों की निगरानी से सामने आये तथ्यों के आधार पर राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त और निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने के आरोपों में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया. एसओजी अधिकारियों के अनुसार, इन नंबरों पर हुई बातचीत से ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार को गिराने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है. गत 19 जून को राज्य से राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चुनाव से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कुछ विधायकों को प्रलोभन दिए जाने का आरोप लगाया था.
पार्टी की ओर से इसकी शिकायत विशेष कार्यबल (एसओजी) को की गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राज्य में विधायकों को प्रलोभन दिया जा रहा है और करोड़ों रुपये की नकदी जयपुर स्थानांतरित हो रही है. बता दें कि राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक और भाजपा के पास 72 विधायक हैं. राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है.
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