Rajasthan Assembly Bye Election 2024: देशभर में उपचुनावों पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं तो वहीं राजस्थान में पांच विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों के लिए राजनीतिक बिसात बिछनी शुरू हो गई है. इन उपचुनावों के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं और बड़े नेताओं को मैदान में उतारने की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं. इनमें से तीन सीटों पर बीजेपी को चुनाव जीतने की उम्मीद है, जबकि कांग्रेस अपनी सभी सीटों को बचाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है.
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बीजेपी की रणनीति - 'क्षेत्रीय नेता और सरकारी तंत्र'
बीजेपी ने उपचुनाव के लिए व्यापक रणनीति बनाई है. पार्टी ने वहां के सभी जिला अध्यक्षों और विधायकों को उन सीटों पर काम करने के लिए भेजा है. पार्टी की योजना है कि प्रत्येक सीट पर एक मजबूत नेता को मैदान में उतारा जाए. इसके अलावा, पार्टी के मंत्री और विधायक भी चुनाव अभियान में शामिल होंगे.
बीजेपी के सूत्रों के अनुसार, पार्टी स्थानीय मुद्दों पर फीडबैक ले रही है और उन पर मंथन कर रही है. जातिगत समीकरणों को भी ध्यान में रखा जा रहा है ताकि कोई नाराजगी उत्पन्न न हो. पार्टी का लक्ष्य है कि सभी वर्गों को साधकर चुनावी मैदान में उतरें और अधिक से अधिक सीटों पर विजय प्राप्त करें.
कांग्रेस की तैयारी - 'किसान और रोजगार के मुद्दे'
कांग्रेस उपचुनाव के लिए किसानों और रोजगार के मुद्दों को प्रमुखता दे रही है. पार्टी का मानना है कि ये मुद्दे चुनावी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. कांग्रेस ने पेपर लीक के मुद्दे को भी जोर-शोर से उठाना शुरू कर दिया है, जिससे विपक्ष पूरी तरह से हमलावर हो गया है.
आपको बता दें कि कांग्रेस ने अपने गठबंधन के साथियों के साथ मिलकर चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. चौरासी और खींवसर सीटों पर कांग्रेस वहां के सांसदों के भरोसे है, जो निर्णय उनका होगा, वह सभी के साथ मिलकर किया जाएगा. इसके अलावा, बाकी सीटों पर सचिन पायलट की भूमिका महत्वपूर्ण होगी और उन्हीं के नेतृत्व में तैयारी की जा रही है.
गठबंधन और सहयोगी दल
वहीं कांग्रेस ने अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर चुनाव की रणनीति तैयार की है. पार्टी की योजना है कि सभी पांचों सीटों पर गठबंधन के समर्थन से चुनाव लड़ा जाए. इससे कांग्रेस को अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी और विपक्ष को कमजोर करने का मौका मिलेगा.
स्थानीय मुद्दे और चुनावी समीकरण
इसके अलावा आपको बता दें कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां स्थानीय मुद्दों पर जोर दे रही हैं. बीजेपी स्थानीय नेताओं के साथ मिलकर चुनावी रणनीति बना रही है, वहीं कांग्रेस किसानों और युवाओं के मुद्दों को प्रमुखता दे रही है. जातिगत समीकरणों को भी ध्यान में रखते हुए पार्टियां चुनावी मैदान में उतर रही हैं.
इन सीटों पर उपचुनाव
दौसा- मुरारी लाल मीणा (कांग्रेस), देवली उनियारा- हरिश्चंद मीणा (कांग्रेस), झुंझुनूं- बृजेंद्र सिंह ओला (कांग्रेस), खींवसर- हनुमान बेनीवाल (RLP),चौरासी- राजकुमार रोत (BAP)
HIGHLIGHTS
- राजस्थान विधानसभा की पांच सीटों पर उपचुनाव के लिए तैयारी तेज
- 5 सीटों के लिए चर्चा में कई दिग्गज नेता!
- कांग्रेस की तैयारी - 'किसान और रोजगार के मुद्दे'
Source : News Nation Bureau