जयपुर विधानसभा में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ. पक्ष-विपक्ष में तकरार हुई. गहलोत सरकार के मंत्री शांति धारीवाल के जवाब के दौरान तकरार हुई. धारीवाल ने कहा कि कटारिया आप किसानों के लिए झूठे आंसू बहा रहे हो. जब हाडोती में किसान आत्महत्या कर रहे थे. तब आपने कहा था कि कोई लटक के मर जाए, तो मैं क्या करूं. इस पर गुलाब चंद कटारिया समेत पूरे विपक्ष ने कड़ा एतराज जताया.
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एतराज जताते हुए कहा कि आप यह शब्द निकाल कर बताओ, या तो आप सदन छोड़ देना या मैं छोड़ दूंगा. हंगामे के बीच राजस्थान जन आधार प्राधिकरण विधेयक 2020 पारित हो गया. भाजपा विधायकों ने चर्चा में हिस्सा नहीं लिया. भाजपा विधायक वैल में आकर नारेबाजी करते रहे. विधानसभा बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. भाजपा विधायक धरने पर बैठे हैं.
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संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने नेता प्रतिपक्ष पर हमला किया. धारीवाल ने विधानसभा की प्रोसिडिंग दिखाई. कहा कि अच्छा यह होगा कि नेता प्रतिपक्ष कल घर से आएं, तो इस्तीफा साथ लेकर आएं. गुलाबचंद कटारिया ने आपदा राहत मंत्री रहते 25 मार्च 2015 को सदन में बयान दिया था. रमेश मीणा के स्थगन प्रस्ताव पर बयान दिया था. कटारिया ने कहा था, जो पेड़ पर लटक कर मर जाता है. उसको भी अगर हमारे खाते में दर्ज करवाना चाहेगा, तो यह उचित नहीं होगा.
यह विधानसभा के रिकॉर्ड में हैकटारिया किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे थे, तब मैंने उन्हें याद दिलाया. भाजपा विधायकों का विधानसभा में भारी हंगामा हो गया. सदन में बीजेपी नेताओं ने धरना दिया. अध्यक्ष के बीच-बचाव से धरना खत्म, लेकिन कल फिर हंगामे के आसार
संसदीय कार्यमंत्री के नेता प्रतिपक्ष पर टिप्पणी से बना गतिरोधअध्यक्ष की समझाइश पर भाजपा विधायकों ने सदन से धरना खत्म् किया
विरोध में सदन में धरने पर भाजपा विधयक बैठ गए थे. अध्यक्ष के मनाने के बाद धरने से उठे नाराज भाजपा विधायकों ने कहा न कल विधानसभा में किसी को बोलने देंगे, न सीएम को बजट भाषण पढ़ने देंगे.
कृषि उपज मंडी संशोधन विधेयक पर मंत्री के जवाब से गतिरोध शुरु हुआ. विधेयक पर चर्चा के दौरान मंत्री धारीवाल ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आप जब आपदा राहत मंत्री थे, तब हाड़ौती में 75 किसानों ने आत्महत्या की. आपने तब कहा पेड़ पर लटककर कोई मर जाए तो मैं क्या करुं. आज आप किसानों के लिए झूठे आंसू रो रहे हो. धारीवाल की टिप्पणी पर भाजपा विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई. सदन में हंगामा शुरू. इस बीच अध्यक्ष ने शोर शराबे के बीच ही मंडी संशोाधन विधेयक और जन आधार प्राधिकरण विधेयक पारित करवा दिए.