अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अजमेर के पुष्कर मेले का शुक्रवार को प्रशासनिक स्तर पर ध्वजारोहण के साथ रंगारंग आगाज हो गया है. पुष्कर मेले में मुख्य रूप से पंजाब से आया घोड़ा अल्बख्श व गुजरात के पोरबंदर से आया भारी-भरकम शरीर का भैंसा देशी के साथ-साथ विदेशी सैलानियों को आकर्षित कर रहा हैं. सैलानियों में भैंसा व घोड़े के साथ सेल्फी लेने की होड़ मची हुई है. मेले में बिकने आया घोड़ा जो Mercedes-Benz से भी महंगा है. यह घोड़ा पंजाब से पुष्कर मेले में बेचने के लिए लाया गया है. मारवाड़ी नस्ल के इस घोड़े की खासियत के बारे में घोड़ा मालिक गुर प्रताप सिंह गिल ने बताया कि उनके पास 20 महंगे घोड़े है जिन्हें वह मेले में बेचने के लिए लाए हैं. यह घोड़ा ढ़ाई साल का है, इसके पिता काला कांठा प्रजाति का है जो पंजाब में एक करोड़ रुपये में बेचा गया है. इस घोड़े के भाई को सवा करोड़ में बेचा गया है. उन्होंने बताया कि कल ही वह मेले में घोड़ा बेचने आए हैं. मारवाड़ी नश्ल के इस घोड़े में मातृत्व शक्ति अच्छी होने के साथ ही यह दौड़ में कुशल है ओर इसी वजह से यह विनर भी रह चुका है.
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वहीं गुजरात से आए माधव व भोलू नाम के दो भैंसे अपनी कद और काठी के कारण मेलार्थियों की पहली पसंद बने हुए हैं. दोनों भैंसों को उनके मालिक गुजरात से लेकर आए है. भारी वजनी इन भैंसों की सार-संभाल करने में प्रतिदिन दो से तीन हजार खर्च होते हैं. खाने में भैंसा को कपास के बीज, पापड़ी, ज्वार का चारा आदि खिलाया जाता है, इन्हें शेंपू से स्नान कराया जाता है तथा सरसों के तेल से इनकी मालिश की जाती है . भैंसों के मालिक ने बताया कि मेले में अब तक एक भैंसे की अधिकतम बोली 40 लाख लगाई गई है, जबकि भैंसों का मालिक एक भैंसे के 1 करोड़ 20 लाख रुपए मांग रहा है .
Source : News Nation Bureau