अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व के टहला क्षेत्र में एक रोमांचक रेस्क्यू ऑपरेशन ने स्थानीय लोगों को न केवल दहशत से राहत दी, बल्कि वन्यजीव संरक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर किया. हाल ही में, ग्रामीणों ने एक विशाल 18 फीट लंबा और लगभग 80 किलो वजनी अजगर देखे जाने की सूचना दी, जिसने नीलगाय के एक बच्चे और एक बकरी का शिकार कर लिया था. इस घटना से गांव में हड़कंप मच गया, जिससे वन विभाग ने तुरंत कार्रवाई की.
सरिस्का में अजगर का रेस्क्यू
सूचना मिलते ही, सरिस्का वन क्षेत्र के रेंजर कृष्ण कुमार के नेतृत्व में वनपाल सौरभ बैरवा और उनकी टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. ग्रामीणों और युवाओं की मदद से कई घंटों की मेहनत के बाद, अजगर को सफलतापूर्वक पकड़ा गया और उसे सावधानी से जंगल में वापस छोड़ दिया गया.
रोमांचक ऑपरेशन की कहानी
रेस्क्यू के दौरान, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग इस विशाल अजगर को देखने के लिए इकट्ठा हो गए थे. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह अजगर सरिस्का में अब तक का सबसे बड़ा और भारी अजगर था. रेंजर कृष्ण कुमार ने बताया कि बलदेवगढ़ गांव में अजगर के पहुंचने की सूचना मिलने के बाद, ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया था.
नीलगाय निगलने से बढ़ा वजन
अजगर की लंबाई 18 फीट थी और नीलगाय के बच्चे को निगलने के कारण उसका वजन बढ़कर 80 किलो तक पहुंच गया था. इस वजह से वन विभाग को रेस्क्यू करने में काफी मेहनत करनी पड़ी. लेकिन अंततः, रेस्क्यू टीम ने सफलतापूर्वक अजगर को सुरक्षित रूप से जंगल में छोड़ दिया.