यूं तो खाकी का विवादों से पुराना नाता रहा है. लेकिन एक बार फिर राजधानी जयपुर में महिला की मौत पर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हुए है । मामला जयपुर के जमवारामगढ़ इलाके के रायसर थाने का है । जहां बीती 10 अगस्त को एक महिला को पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी । गंभीर अवस्था में झुलसी महिला को इलाज के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया था । जहां 16 अगस्त देर रात इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई । महिला अपनी मौत के बाद कई सवाल छोड़ गई ।
मृतका के परिजनों की माने तो मृतका निजी स्कूल में शिक्षिका थी । और उसने गांव के कुछ लोगों को करीब ढ़ाई लाख रूपए उधार दिए थे । लेकिन वे लोग पैसा मांगने पर महिला से छेड़छाड़ करते और जान से मारने की धमकी देकर भगा देते थे । अचानक बीती 10 अगस्त को आरोपियों ने महिला पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी । जलने के बाद महिला इधर - उधर भागती रही और मदद मांगती रही । लेकिन मौके पर जुटे लोग उसकी चीख पुकार सुनकर भी मदद को आगे नहीं आए । मृतका के परिजनों का आरोप है कि आरोपियों ने इससे पहले भी कई बार मारपीट की थी ,लेकिन उनके खिलाफ मामला दर्ज कराने पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की ।
इस घटना से पहले भी रायसर थाना पुलिस को फोनकरी किसी अनहोनी की आशंका जताई थी लेकिन पुलिस ने हर बार की तरह इस बार भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया और पुलिस की गलती की सजा महिला को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी । घटना के बाद रायसर थाना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हुए है कि आखिर पुलिस महिला की शिकायत पर समय रहते कार्रवाई करती जो उसकी जान बच सकती थी ।
Source : Lal Singh Fauzdar