राजस्थान विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्न पूछने को लेकर बीजेपी के विधायक आसन के सामने आ गए और उन्होंने अध्यक्ष सीपी जोशी के व्यवहार पर नाराजगी जताते हुए आसन के सामने नारेबाजी की. यह घटनाक्रम प्रश्नकाल के दौरान हुआ जब खान मंत्री प्रमोद भाया प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र सिंह राठौड़ द्वारा खातेदारी जमीन पर बजरी खनन के पट्टे के संबंध में पूछे गये एक एक सवाल का जवाब दे रहे थे.
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मंत्री जब उनके एक पूरक प्रश्न का जवाब दे रहे थे तो राठौड़ ने बीच में एक सवाल पूछना चाहा जिस पर अध्यक्ष ने उन्हें रोक दिया. इसके बाद राठौड़ ने एक और पूरक प्रश्न पूछा तो अध्यक्ष ने उन्हें नीति पर नहीं बल्कि प्रासंगिक प्रश्न पूछने को कहा और अपना दिया हुआ प्रश्न पढ़ने को कहा.
राठौड़ ने कहा कि वह वही कर रहे हैं. लेकिन अध्यक्ष ने उन्हें प्रासंगिक प्रश्न ही पूछने को कहा. राठौड़ ने कहा, 'यही हालत रही तो हम प्रश्न पूछना बंद कर देंगे.' अध्यक्ष ने अगले प्रश्न की आवाज लगा दी. इस पर हंगामा शुरू हो गया और बीजेपी के विधायक खड़े हो गए. उन्होंने आसन के सामने आकर नारेबाजी की.
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बीजेपी विधायकों ने 'अध्यक्ष जी न्याय करो', 'सरकार का बचाव बंद करो' 'जवाब देना सरकार का कर्तव्य है' की नारेबाजी की. नारेबाजी लगभग दस मिनट चलती रही और इस बीच प्रश्नकाल का समय समाप्त हो गया. अध्यक्ष जोशी ने शून्य काल की कार्य प्रक्रिया पढना शुरू कर दिया. इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा,'हमारा प्रश्न पूछने का अधिकार ही नहीं है तो हम प्रश्न के समय आएंगे ही नहीं.' अध्यक्ष ने जवाब में 'धन्यवाद' कहा और बीजेपी के सदस्य अपनी सीटों पर चले गए.