राजस्थान में दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में वल्लभनगर और धरियाबद में भाजपा को स्थानीय और छोटे दलों से बड़ी चुनौती मिल रही है. इस चुनौती रोकने के लिए भाजपा ने अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया. वहीं, इन दोनों सीटों के लिए एक-दो दिन में प्रत्याशियों की घोषणा भी होने वाली है. वल्लभनगर में पूर्व विधायक रणधीर सिंह भिंडर की जनता सेना वही धरियावद में बीटीपी भाजपा के वोट बैंक सेंधमारी कर रही है. ऐसे में भाजपा को यहां जीत के लिए कांग्रेस से ज्यादा इन छोटे दलों से संघर्ष करना है.
पिछले दो दिनों की बात करें तो भाजपा को वल्लभनगर से पूर्व विधायक रणधीर सिंह भिंडर की जनता सेना के कारण ही हार का सामना करना पड़ रहा है. जनता सेना के कारण ही भाजपा यहां पिछले दो चुनावों में तीसरे नंबर पर आ रही है. जनता सेना के कारण ही कांग्रेस इस सीट पर काबिज हो रही है. वल्लभनगर में भाजपा और जनता सेना को वोट बैंक एक ही है.
भींडर भाजपा के प्रत्याशी थे तब वहां से भाजपा आसानी से जीत दर्ज की थी, अब भाजपा का ये वोट बैंक भींडर के साथ चला गया. भींडर के कारण यहां से भाजपा अब तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है. वहीं धरियावद में भाजपा को सीधी चुनौती बीटीपी से है. यहां पर भाजपा विधायक गौतमलाल मीणा के निधन के बाद बीटीपी बड़ी तेजी से सक्रिय हुई.
बीटीपी के द्वारा आदिवासी वोटों में सेंधमारी लगाने से भाजपा को नुकसान होने की संभावना है. ऐसे में भाजपा के लिए बीटीपी धरियावद में बीटीपी वोट कटवा पार्टी हो सकती है. इसके कारण कांग्रेस के पक्ष में समीकरण बनने की आसार है. हालांकि इस सीट पर कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक आदिवासी रहा है, लेकिन फिलहाल से आदिवासी वर्ग भाजपा के साथ है. भाजपा बीटीपी से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
Source : News Nation Bureau