राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोकसभा का बिगुल बजने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि 23 मई को देश को नया प्रधानमंत्री मिलेगा. मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मोदी ने जिस तरह का व्यवहार विपक्ष और संस्थाओं के साथ किया है इससे यही लगता है कि देश खतरे में हैं. संविधान खतरे में हैं. वे यहीं नहीं रुके उसने मोदी के भाषणों पर भी सवाल उठाए. कहा कि 5 साल में मोदी ने ऐसी कोई बात नहीं बोली जो लोगों के दिलों को छूती हो. लटके-झटके के साथ बात करते हैं जैसे कोई एक्टर एक्टिंग करता है.
ये भी पढ़ें - दलाई लामा के देश छोड़कर जाने के 60 वर्ष पूरे होने पर, चीन ने तिब्बत पर अपनी नीतियों का किया बचाव
मोदी ने करोड़ों रुपया प्रचार में फूंक दिया. अगर वह बॉलीवुड के एक्टर होते तो ज्यादा कामयाब होते. मोदी को सपने में भी राहुल गांधी दिखते हैं. रात दिन राहुल गांधी और उनके खानदान को कोसते रहते हैं. 23 मई को देश में नई सरकार बनेगी. बदलाव का वक्त आ गया है. पांच सालों में काम क्या किया है, कुछ पता नहीं. भाजपा के शासनकाल में डर और आतंक का महौल है. जनता का इसका जवाब देगी. विधानसभा के चुनाव में जैसे जनता ने भाजपा को सिरे से नाकार दिया था, ठीक ऐसा ही लोकसभा चुनाव में भी होने वाला है.
ये भी पढ़ें - भारत ने वैश्विक कच्चे तेल के दाम बढ़ने पर सऊदी अरब से जताई चिंता
गहलोत ने कहा कि मोदी के 2014 के पहले वाले भाषण चला दें तो कांग्रेस को प्रचार करने की जरूरत ही नहीं है. मोदी द्विअर्थी बात बोलते हैं, जो प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता. सेना के शौर्य पर शक करने का आरोप लगाते हैं. राहुल ने पुलवामा के बाद कहा कि हम सरकार के साथ हैं. मोदी को विपक्ष की भूमिका की सराहना करनी चाहिए. लेकिन वो चुनाव जीतने के लिए ध्यान भटका रहे हैं. अगर दुनिया एयर स्ट्राइक पर सवाल उठा रही है तो विपक्ष का काम है सवाल पूछना. अमित शाह आंकड़े दे रहे हैं जबकि वायु सेना प्रमुख ने कोई आंकड़ा नहीं दिया. गहलोत ने मीडिया से भी कहा कि उसे दबाव से निकल कर काम करना चाहिए.
Source : News Nation Bureau