राजस्थान के प्रतापगढ़ में महिला को नग्न कर गांव में घुमाने के मामले में सरकार ने एक्शन लिया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीड़ित से मुलाकात कर उन्हें न्याय का भरोसा दिलाया. धरियावाद के गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीड़िता से मुलाकात की. इस दौरान पीड़िता के माता-पिता भी वहां मौजूद थे. सीएम ने पीड़िता को सरकारी नौकरी और दस लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया. दरअसल, राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के धरियावद क्षेत्र में दो दिन पहले एक गर्भवती महिला को निर्वस्त्र कर मारपीट की गई इतना ही नहीं महिला को निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया गया. आरोप पीड़िता के पति पर लगा है. पीड़िता के पति ने गांव वालों के सामने महिला को 1 किमी तक दौड़ाया.
यहां मीडिया से रूबरू हुए सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा भाजपा इसे मणिपुर की घटना जैसी घटना बता रही है, लेकिन दोनों में रात दिन का अंतर है. मणिपुर में पुलिस के सामने घटना होने के बावजूद दो महीने तक पता नहीं चला था. जबकि इस मामले में जानकारी मिलने पर ही 2 घंटे में ही बिना एफआईआर के ही आरोपियों को हिरासत में ले लिया था.
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विवाद के बाद हुई घटना
जानकारी के मुताबिक, ससुराल पक्ष और मायके पक्ष के बीच विवाद के बाद यह घटना हुई. बताया जा रहा है कि आदिवासी महिला अपनी प्रेमी के साथ घर से निकल गई थी. इसपर उसके पति ने महिला को पकड़कर उसे नग्न कर पीटा और फिर लोगों के सामने उसे घुमाया.
दोषियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रतापगढ़ की घटना को लेकर कहा कि मायके और ससुराल पक्ष के बीच विवाद के चलते महिला के साथ ऐसी करतूत की गई है. यह दुखद और अमानवीय है. दोषियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलाया जाएगा और आरोपी को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाएगी.
Source : News Nation Bureau