राजस्थान के दौसा जिले के बसवा इलाके में हुए गोलीकांड के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. इस हत्याकांड के बाद पुलिस जांच में सामने आया है कि रविंदर और सीमा राजपूत नाम का दंपति हरियाणा के पानीपत के रहने वाले हैं और बीते 17 जनवरी को अलवर के चिकानी गांव आए थे. पति-पत्नी ने चिकानी गांव में सुभाष नामक युवक से मुलाकात की और उसे कार बुक करने के लिए कहा था. इसके बाद पति पत्नी सुभाष और कार चालक विष्णु दौसा जिले के सीमावर्ती गांव थमावली आ गए.
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इसके बाद कार चालक और महिला सीमा मावली गांव में ही रुक गई और रविन्द्र और सुभाष नामक का व्यक्ति बांदीकुई खंड के हरिपुरा गांव में एक लड़की से मिलने के लिए गए. दोनों ने 17 जनवरी के दिन 2 बार हरिपुरा गांव की लड़की की रैकी की और इसके बाद वापस थमावली गांव आ गए.
जिसके बाद दंपति सुभाष और कार चालक बीती रात वापस चिकानी गांव जाने के लिए निकले लेकिन रास्ते मे सुभाष, रविन्द्र व सीमा ने कार को अलवर की तरफ जाने के बजाय दौसा की तरफ ले जाने के लिए बोला और एक लड़की से मिलने की बात कही. जब कार चालक विष्णु को लगा कि कार में बैठे सभी लोग कोई अपराध करने के लिए जा रहे हैं तो उसने हरिपुरा गांव में जाने के लिए मना कर दिया.
कार चालक द्वारा मना कर दिए जाने के बाद आरोपियों ने कार चालक के सिर में गोली मार दी और उस को मौत के घाट उतार दिया. फिर पति पत्नी और सुभाष कार को मौके पर ही छोड़कर वापस थमावली गांव चले गए और वहां से रविंदर और सीमा अपने रिश्तेदार की बाइक लेकर बांदीकुई रेलवे स्टेशन पर आ गए.
यहां आरोपियों ने बाइक को पार्किंग में छोड़ दिया और किसी ट्रेन से फरार हो गए. इस पूरे मामले में पुलिस ने मृतक की कार और आरोपियों की बाइक बरामद कर ली है. साथ ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें नामजद कर लिया है लेकिन अभी तक आरोपी पति पत्नी फरार है.
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आरोपी दंपति की तलाश के लिए पुलिस की टीमें हरियाणा और दिल्ली भेजी गई हैं. वहीं दूसरी तरफ बसवा थाना पुलिस ने सुभाष नामक शख्स को भी हिरासत में लिया है और उससे पूछताछ कर इस पूरे हत्याकांड की पड़ताल की जा रही है.