Rajasthan Election 2023: भारतीय जनता पार्टी (BJP) आगामी चुनावों को लेकर अपने कदम लगातार आगे बढ़ा रही है. फिर चाहे वो चार राज्यों के विधानसभा चुनाव हों या फिर आगामी लोकसभा चुनाव. मकसद दोबार सत्ता पर काबिज होना है. यही वजह है कि हर कदम फूंक फूंक कर आगे बढ़ाया जा रहा है. इस बीच राजस्थान से बड़ी खबर सामने आई है. राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश की कद्दावर नेता वसुंधरा राजे सिंधिया (Vasundhara Raje Scindia) को बड़ा झटका दिया है.
राजस्थान में विधानसभा चुनाव मुहाने पर खड़ा है. इस वर्ष के अंत में प्रदेश के नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा. एक तरफ जहां कांग्रेस रिजल्ट दोहराने की जुगत में लगी है तो बीजेपी पांच साल एक बरा फिर सत्ता पर काबिज होने के लिए जीन जान लगा रही है. हालांकि इस बार बीजेपी की ओर से शायद वसुंधरा राजे को सीएम फेस नहीं बनया जाएगा. इसका असर हाल में बनी दो कमेटियों को देखकर लगने लगा है.
दो अहम चुनाव समितियों का ऐलान
भारतीय जनता पार्टी की ओर से गुरुवार 17 अगस्त को चुनाव से जुड़ी दो खास समितियों का ऐलान किया गया. अहम बात यह है कि इन दोनों ही समितियों से वसुंधरा राजे का नाम नदारद है. यानी बीजेपी का वसुंधरा को सीधा संदेश है कि इस बार उन्हें प्रदेश की कमान नहीं सौंपी जाएगी. हालांकि अब तक इसको लेकर ना तो वसुंधरा राजे और ना ही बीजेपी की ओर से कोई आधिकारीक जानकारी दी गई है. यही नहीं वसुंधरा को इन समितियों से क्यों दूर रखा गया है इसको लेकर भी कोई स्पष्ट बयान पार्टी की ओर से सामने नहीं आया है.
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बीजेपी ने बनाई ये दो समितियां
भारतीय जनता पार्टी की ओर से जो समितियां बनाई गई हैं उनमें से एक चुनाव प्रबंधन समिति और दूसरी संकल्प पत्र समिति है. यानी एक चुनाव का काम देखेगी और दूसरी जनता से क्या वादे किए जाने हैं और संकल्प पत्र कैसा होगा इसको तैयार करने का काम करेगी. अब इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये दोनों ही समितियां राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिहाज से कितना महत्वपूर्ण हैं.
राजस्थान के लिए 7 संयोजकों के नाम भी तय
इसके अलावा बीजेपी की ओर से 7 संयोजक भी बनाए गए हैं. इनका काम दोनों समितियों में समन्वय बिठाना होगा. बता दें कि इन सात संयोजकों में दो राज्यसभा सदस्य घनश्याम तिवाड़ी और किरोड़ी लाल मीणा प्रमुख रूप से शामिल हैं. जबकि सुभाष महेरिया, राजेंद्र सिंह और अल्का सिंह गुर्जर समेत राखी राठौड़, प्रभुलाल सैना को भी जगह दी गई है.