Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के रुझान आ रहे हैं. हर कोई अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहा है. जनता से लुभावने वादे और दावे भी किए गए हैं. दलों के दिग्गज भी अपने उम्मीदवारों को जीत दिलाने के लिए जनता के बीच अपनी दमदार मौजदूगी दर्ज करा चुके हैं. यही वजह है कि हर किसी को अपनी-अपनी जीत सुनिश्चित लग रही है. प्रत्याशियों ने जनता से ऐसे वादे किए हैं जिससे आधार पर वो जीत के लिए दांव खेल सकें. लेकिन इससे पहले ये जान लेते हैं आखिर राजस्थान के रण में इस बार उतरने वाले प्रत्याशियों का एजुकेशन कार्ड कैसा है. यानी कौन कितना पढ़ा लिखा है.
राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटे हैं. ऐसे में इन सीटों के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के लिए मुख्य मुकाबला माना जा रहा है. दोनों इन सीटों पर 400 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है. इन्हीं प्रत्याशियों के भरोसे दोनों में से कोई एक दल अपनी सरकार बनाने में कामयाब होगा. मौजूदा समय में यहां कांग्रेस की सरकार है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं, हालांकि उनके 5 साल के टर्म में पार्टी में ही गुटबाजी ने कांग्रेस को कमजोर करने का काम किया है. सचिन पायलट ने खुलकर सीएम के खिलाफ कई बार बगावत की और बाद में शीर्ष नेतृत्व के समझाने बुझाने पर मान गए. लेकिन इन घटनाओं का जनता पर क्या असर पड़ा इसका पता तो नतीजे वाले दिन ही चलेगा.
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दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के ज्यादा चांस हैं, क्योंकि राजस्थान के इतिहास में वैकल्पिक सरकार आती रही है. यानी एक बार कांग्रेस तो दूसरी बार भाजपा सरकार बनाने में सफल रहती है. जनता हर बार विरोधी को मौका देती आई है. लिहाजा बीजेपी को उम्मीद है कि वो कांग्रेस की फूट और जनता के तरीके के सहारे सरकार बना पाएगी.
हालांकि बीजेपी के लिए इस बार सीएम फेस ना होना बड़ी मुश्किल बन सकता है. क्योंकि वसुंधरा राजे को लेकर बीजेपी के आला अधिकारी कुछ ज्यादा खुश नहीं है और इस बार किसी भी सीएम फेस का ऐलान नहीं किया गया है. देखना ये होगा कि इस बार भी जनता का फॉर्मूला या फिर मोदी रथ पर बीजेपी अपनी सरकार बना पाती है.
ये है राजस्थान में उम्मीदवारों का एजुकेशन कार्ड
राजस्थान के रण में इस बार उतरने वाले प्रत्याशियों की बात की जाए तो इनमें हर वर्ग के कैंडिडेट्स शामिल हैं. यानी डॉक्टर से लेकर इंजीनियर, कारोबारी, मैनेजमेंट, आर्ट और बायो जैसे क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने अपना-अपना दावा प्रस्तुत किया है.
खास बात यह है कि इस बार विधायक बनने की इच्छा रखने वाले कुछ प्रत्याशियों ने तो सिर्फ 9वीं तक ही पढ़ाई की है. यानी इस बार राजस्थान के चुनावी मैदान में 9वीं पास से लेकर डॉक्टर, इंजीनियर्स तक उच्च शिक्षा हासिल करने वाले उम्मीदवार भी शामिल हैं.
आंकड़ों पर एक नजर
राजस्थान के इलेक्शन में इस बार 9वीं पास कुल प्रत्याशियों की संख्या 21 है, जबकि 40 उम्मीदवार एडवोकेट यानी वकील हैं. यही नहीं 5 कैंडिडेट चिकित्सक भी हैं. जबकि इंजीनियर उम्मीदवारों की संख्या भी कुछ कम नहीं है. इस बार चुनाव मैदान में 14 इंजीनियर अपना भाग्य आजमा रहे हैं. मैनेजमेंट की बात की जाए तो इस स्ट्रीम के 6 कैंडिडेट्स चुनावी मैदान में हैं. वहीं 7 ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने ITI पॉलिटेक्निक में होटल मैनेजमेंट का डिप्लोमा प्राप्त किया हुआ है.
HIGHLIGHTS
- राजस्थान के रण में कोई 9वीं पास तो कोई डॉक्टर आजमा रहा किस्मत
- 200 सीटों पर 21 प्रत्याशी महज 9वीं तक ही शिक्षित
- इस बार चुनावी मैदान में कुल 40 एडवोकेट
Source : News Nation Bureau