राजस्थान के भीलवाड़ा में पकड़े गए PFI के पूर्व जिला अध्यक्ष के पाकिस्तान से कनेक्शन ने एक बार दोबारा से इस संगठन को सवालों के घेरे में ला दिया है. वहींं प्रेम भाईचारे की मिसाल की प्रतीक दुनियाभर में पहचान रखने वाले अजमेर दरगाह के खादिमों के नफरत भरे बोल और उनके PFI से कनेक्शन को भी उजागर कर दिया है. सरवर चिश्ती के PFI नेताओं के साथ वायरल वीडियो और उससे पहले लगातार प्रदेश भर में साम्प्रदायिक घटनाओं के कथित PFI कनेक्शन के चलते जहां इस संगठन पर बैन की मांग की जा रही है. वहीं अजमेर दरगाह के खादिमों की गतिविधियों की जांच की मांग भी अब उठने लगी है.
फरार खादिम गौहर चिश्ती का यह वायरल वीडियो जिसमें सद्भाव का संदेश देने वाली अजमेर दरगाह से नफरत के जहरीले बोल निकल रहे हैं. सिर तन से जुदा के नारे लगवाए जा रहे हैं. अजमेर दरगाह सूफी संत का ऐसा स्थान हैं, जहां हिन्दू और मुसलमान सभी शिद्दत के साथ शीश झुकाते हैं. हिन्दुस्तान से ही नहीं बल्कि दुनिया भर से यहां लोग आकर अमन चैन की दुआएं मांगी जाती हैं. खादिम के ऐसे नफरती जगह भरे बोल के चलते दरगाह में खादिमों की गतिविधियां भी संदेह के दायरे में आ गई हैं.
इससे पहले सिर तन से जुदा तालिबानी सोच के चलते नूपुर शर्मा की हत्या करने वालों को अपना मकान इनाम देने का ऐलान करने वाले इसी दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है.इसके बाद एक और खादिम सरवर चिश्ती का भड़काऊ बयानों वाला और PFI नेताओं के साथ वीडियो वायरल हो रहा है. इस रैली कोटा में पीएफआई की रैली के दौरान भी सरवर चिश्ती सहित कई मौलाना ने सफाई की रैली में शिरकत की थी. इसे लेकर अब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने PFI की करौली से लेकर उदयपुर तक की घटनाओं की जांच के साथ PFI पर तुरंत प्रतिबंध लगाने की मांग की है. उनका यह भी दावा है की इसमें होने वाली देरी कहीं अजमेर दरगाह को ही ऐसे सोच वाली की शरणस्थली ना बना दें.
Source : News Nation Bureau