जयपुर में विधायकों के वेतन भत्ते को रोकने से जुड़ी जनहित याचिका खारिज कर दी गई है. यह याचिका पत्रकार विवेक सिंह जादौन की ओर से दाखिल की गई थी. ये याचिका सीजे इंद्रजीत सिंह जस्टिस प्रकाश गुप्ता की खंडपीठ ने खारिज की. वहीं सम्बंधित अथॉरिटी के समक्ष प्रतिवेदन पेश करने की भी छूट दी है.
बता दें, इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शनिवार को आरोप लगाया कि बीजेपी उनकी सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का बड़ा खेल खेल रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से राजस्थान (Rajasthan) में चल रहे इस ‘तमाशे’ को बंद करवाने की अपील की. इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि अगर पार्टी आलाकमान बागियों को माफ कर देते हैं तो वे भी उन्हें गले लगा लेंगे.
उनकी सरकार को गिराने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त के प्रयासों का जिक्र करते हुए गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘दुर्भाग्य से इस बार बीजेपी का निर्वाचित प्रतिनिधियों की खरीद-फरोख्त का खेल बहुत बड़ा है क्योंकि खून उनके मुंह लग चुका है . कर्नाटक और मध्य प्रदेश में ... इसलिए वो प्रयोग बीजेपी वाले यहां कर रहे हैं ... पूरा गृह मंत्रालय इस काम में लग चुका है. धर्मेंद्र प्रधान की तरह कई मंत्री लगे हुए हैं, पीयूष गोयल लगे हुए हैं, कई नाम छुपे रुस्तम की तरह भी वहां पर हैं, हमें मालूम है.’
गहलोत ने कहा,‘... हम किसी की परवाह नहीं कर रहे हैं, हम तो लोकतंत्र की परवाह कर रहे हैं. हमारी लड़ाई किसी से नहीं है. लड़ाई होती है लोकतंत्र में विचारधारा की, नीतियों की, कार्यक्रमों की होती है. लड़ाई ये नहीं होती है कि आप चुनी हुई सरकार को बर्बाद कर दो, उसको गिरा दो, फिर लोकतंत्र कहां बचेगा? हमारी लड़ाई लोकतंत्र को बचाने के लिए है, व्यक्तिगत किसी के खिलाफ नहीं है.’
गहलोत ने कहा,‘मोदी जी प्रधानमंत्री हैं, जनता ने उनको दो बार उनको मौका दिया है, उन्होंने थाली बजवाई, ताली बजवाई, मोमबत्ती जलवायी, लोगों ने उनकी बात पर विश्वास किया, ये बहुत बड़ी बात है. उन प्रधानमंत्री को चाहिए कि जो कुछ तमाशा हो रहा है राजस्थान में, वह उसको बंद करवाएं.’
Source : News Nation Bureau